शाहजहांपुर: अभ्युदय कोचिंग में बढ़ेंगी सुविधाएं, होंगी नई नियुक्तियां

शाहजहांपुर, अमृत विचार: मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के जुलाई से शुरू होने वाले नवीन सत्र में इस बार बदला-बदला सा माहौल दिखाई देगा। प्रदेश सरकार की यह योजना प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए ही शुरू की गई थी, जोकि पूर्णरूप से निशुल्क है। जिले में कैंट एरिया स्थित जीएफ कालेज में संचालित मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग सेंटर में बड़ी संख्या में युवा रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। योजना का लाभ युवाओं को मिल रहा है। पिछले दो सत्रों में कई युवाओं को सफलता भी मिली है।
लोकसभा सामान्य निर्वाचन के चलते अभी कोचिंग सेंटर पर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भले ही बंद चल रही हो, लेकिन तैयारी पूरी चल रही है। कोचिंग सेंटर रजिस्ट्रेशन की प्रतीक्षा में युवा समय को बर्बाद करने के बजाय नियमित रूप से लाइब्रेरी में पहुंचकर अध्ययन करने में जुटे रहते हैं। यह योजना समाज कल्याण विभाग की देखरेख में संचालित की जा रही है। अभ्युदय योजना का उद्देश्य उन युवाओं को आगे बढ़ाना है, जो आर्थिक अभाव में बड़ी-बड़ी कोचिंग ज्वाइन नहीं कर पाते हैं, जबकि उनमें योग्यता की कमी नहीं है।
ऐसे युवाओं को सरकार ने निशुल्क कोचिंग देने की व्यवस्था की है, जिससे वह भी अपने सपने पूरे कर सकें। कोचिंग सेंट्रल से मिली जानकारी के अनुसार पिछले दो वर्षों में पांच युवा प्रतियोगी परीक्षा में सफलता अर्जित कर चुके हैं।
केंद्र पर यूपीएससी, नीट, जेईई, यूपीपीसीएस, एनडीए, बैंकिंग आदि परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती है, जिनके लिए विषय विशेषज्ञ शिक्षकों को नियुक्त किया जाता है। शिक्षकों की नियुक्ति समाज कल्याण विभाग के द्वारा बनाए गए पैनल के सदस्य करते हैं। डीएम की अध्यक्षता में गठित समिति में सीडीओ उपाध्यक्ष, समाज कल्याण अधिकारी सदस्य सचिव के अतिरिक्त सिटी मजिस्ट्रेट, जिला उद्यान अधिकारी, अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी आदि शामिल रहते हैं।
अभी तक कोचिंग सेंटर की जिम्मेदारी जीएफ कालेज के प्राचार्य डॉ. मोहम्मद तारिक के मार्गदर्शन में वहीं के शिक्षक डॉ. स्वप्निल यादव संभाले हुए थे, लेकिन अब लखनऊ निदेशालय से राहुल यादव को बतौर को-आर्डिनेटर नियुक्त कर दिया गया है। इस बार शिक्षकों की नियुक्तियां भी नए सिरे से की जाएंगी।
अभ्युदय कोचिंग सेंटर के को-आर्डिनेटर राहुल यादव बताते हैं कि चार जून के बाद आचार संहिता खत्म होते ही रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। कोचिंग के लिए अभ्यर्थियों का चयन प्रवेश परीक्षा के आधार पर किया जाता है। सेंटर की कुल 310 सीटों के लिए यूपीएससी, नीट, जेईई, एनडीए, सीडीएस समेत अन्य परीक्षाओं की तैयारी के लिए युवाओं का चयन किया जाता है।
कोचिंग के लिए विषयवार विशेषज्ञ नियुक्त किए जाते हैं, जिनको प्रति लेक्चर यानि पीरियड के अनुसार मानदेय का भुगतान किया जाता है। एक शिक्षक को अधिकतम 90 पीरियड का भुगतान होता है। इस अवधि में सभी को अपना पाठ्यक्रम पूरा करना होता है। कोचिंग सेंटर पर लाइब्रेरी की व्यवस्था है, जिसमें संबंधित विषयों की किताबें और नामी-गिरामी कोचिंग के नोट्स उपलब्ध रहते हैं, जिससे अभ्यर्थी अपनी तैयारी आसानी से कर पाते हैं।
कोचिंग पूरी तरह से निशुल्क है। जबकि प्राइवेट कोचिंग संचालक लाखों रुपए शुल्क के रूप में वसूल करते हैं, लेकिन अभ्युदय कोचिंग में किसी से भी कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। इतना ही नहीं, छात्र-छात्राओं की डिमांड पर आवश्यक पुस्तकें भी उपलब्ध कराई जाती हैं।
शहर के मोहल्ला हाथीथान निवासी रोहित कुमार सिंह बताते हैं कि वह एमएससी, बीएड की शिक्षा पूरी कर चुके हैं और अब यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं। परीक्षा की तैयारी करने के लिए वह प्रतिदिन अभ्युदय कोचिंग आते हैं और लाइब्रेरी से पुस्तके लेकर पढ़ते हैं। कोचिंग बहुत कारगर साबित हो रही है।
शाहबाजनगर निवासी सनी सैनी पीसीएस की तैयारी में जुटे हैं। वह कहते हैं कि परीक्षा पैटर्न परखने के लिए वह पहले अटेंप्ट की परीक्षा दे चुके हैं, जिसका लाभ उठाते हुए वह अब कोचिंग का सहारा ले रहे हैं। अभ्युदय कोचिंग में जरूरत की किताबों के साथ उपयोगी नोट्स भी मिल जाते हैं। रजिस्ट्रेशन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
मोहम्मदी निवासी अभय कुमार चौधरी जीएफ कालेज से ही स्नातक कर रहे हैं और द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। वह कहते हैं कि नियमित पढ़ाई के साथ वह प्रतियोगी परीक्षा पीसीएस की तैयारी करने में भी जुटे हैं। समय मिलने पर वह लाइब्रेरी आ जाते हैं और जरूरी पुस्तकों का अध्ययन करते हैं, ताकि समय पर काम आ सके।
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