हल्द्वानी: आग ने तोड़ा रिकार्ड, अभी और धधकेगा दावानल
शहर से लेकर जंगल तक दिखने लगा सुपर अलनीनो का असर, चार माह में 3 करोड़ से अधिक की संपत्ति खाक

जिले में 106 बार लगी आग में 70 बार दमकल ने बुझाई जंगल की आग
सर्वेश तिवारी, हल्द्वानी, अमृत विचार। गर्मी शुरू होते ही जिस अलनीनो को लेकर दमकल ने चिंता जाहिर की थी, उसका अब व्यापक असर दिखने लगा है। जहां पिछले वर्ष 2023 में जनपद नैनीताल में आग की 255 घटनाएं हुई थीं, वहीं 2024 के चार महीनों में 100 से अधिक बार आग लग चुकी है। इसमें तीन करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति खाक हो चुकी है। चिंता की बात यह है कि पिछले वर्ष का रिकार्ड तोड़ रही आग अभी दावानल को और भड़काएगी।
मैदान से लेकर पहाड़ तक आग की घटनाएं पिछले 20 दिनों में तेजी से बढ़ी हैं। जनवरी 2024 से लेकर 26 अप्रैल 2024 तक आग की 106 घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें हल्द्वानी में 70, रामनगर में 19 और मल्लीताल में 7 घटनाएं हुई हैं। इसमें तीन करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति राख हुई है। वहीं दमकल की मुस्तैदी ने करीब 13 करोड़ की संपत्ति को जलने से भी बचा लिया।
इन्हीं चार महीनों में दमकल ने 70 बार जंगल में लगी आग भी बुझाई। जबकि 2023 में आग से 6,32,85,245 रुपये की संपत्ति खाक हो गई थी। यानी जितनी संपत्ति पिछले साल जली, उसकी आधी इस साल सिर्फ चार महीनों में जल चुकी है।
दमकल अधिकारियों का कहना है कि 20 दिन पहले तक एक या दो दिन में आग की सिर्फ एक-दो सूचनाएं ही आती थीं, लेकिन अब हर रोज चार से पांच सूचनाएं आ रही हैं। वर्तमान स्थिति को देखते हुए हर रोज मौसम विभाग की ओर से दमकल अधिकारियों को मौसम अपडेट दिया जा रहा है।
जिले में आग की घटनाएं और इतना हुआ नुकसान
फायर स्टेशन 2023 में आग 2023 में क्षति रुपये में
हल्द्वानी 140 49820000
मल्लीताल 49 8932745
रामनगर 66 4532500
योग 255 63285245
जिले में फायर हाईड्रेंट की संख्या
फायर स्टेशन कुल क्रियाशील अक्रियाशील प्रस्तावित
रामनगर 15 15 0 0
मल्लीताल 83 52 31 34
हल्द्वानी 15 15 0 30
योग 113 82 31 64
असामान्य गर्मी की वजह बन रहा अलनीनो
अलनीनो वर्ष होने की वजह से इस साल असामान्य गर्मी का अनुमान है। अलनीनो एक मौसमी घटना है। जिसके दौरान उसके प्रभावित क्षेत्रों में तापमान में बढ़ोत्तरी होती है। इसका संबंध समुद्र में होने वाली उथल-पुथल से है। इससे समुद्र के सतही जल का ताप सामान्य से अधिक हो जाता है। जिसका असर सतही क्षेत्रों में भी पड़ता है। इसी वजह से दिसंबर माह में उत्तर भारत में सामान्य से अधिक तापमान दर्ज किया गया था। अलनीनो का ही असर है कि मार्च में ही हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस पार कर गया।
28 मार्च से उछला था तापमान
होली के दौरान तापमान में सामान्य से थोड़ी बढ़ोत्तरी थी, लेकिन 28 मार्च के बाद तापमान में उछाल आने लगा। 28 को अधिकतम तापमान 33 डिग्री, 29 मार्च को 33.1 डिग्री तो 30 मार्च को 35.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। 31 मार्च को तापमान 36.3 डिग्री था जो सामान्य से छह डिग्री अधिक रहा। एक अप्रैल के बाद पश्चिम बंगाल में आए चक्रवात की वजह से उत्तर भारत में पूर्व से नम हवा चली। फिर भी यह एक अप्रैल को 32.4, दो अप्रैल को 32.9 और तीन अप्रैल को 33.8 डिग्री और 29 अप्रैल को 38 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
अलनीनो की वजह से मौसम अधिक गर्म हो रहा है। जिसके चलते चार माह से भी कम समय में सौ से अधिक अग्निकांड हो चुके हैं। हमारी टीमें शहर के साथ जंगलों में लगने वाली आग को भी रिहायशी इलाकों में बढ़ने से रोक रही है। आने वाले दो माह अधिक चिंताजनक हैं और हम इसके लिए तैयार हैं।
- गौरव किरार, मुख्य अग्निशमन अधिकारी