बदायूं: गर्मी का दिखने लगा असर, स्कूल पहुंच रहे 20 से 30 प्रतिशत बच्चे
बदायूं, अमृत विचार। भीषण गर्मी का असर लोगों की दिनचर्या पर पड़ने लगा है। दिन शुरू होते ही सूर्यदेव आग उगलने लगते हैं। जिसका असर स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति पड़ा है। परिषदीय स्कूलों में मात्र 20 से 30 प्रतिशत उपस्थित दर्ज हो रही है। वहीं स्कूलों में बच्चों की संख्या कम होने का कारण शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव में लगना रहा है।
एक अप्रैल से शैक्षिक सत्र शुरू होने पर स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने पर जोर दिया गया था। कुछ ही दिनों बाद शिक्षकों को चुनाव ड्यूटी में लगा होने का हवाला देते हुए प्रशिक्षण के लिए बुला लिया गया। शिक्षकों के चुनाव ड्यूटी लगने की वजह से प्रशिक्षण में आने का असर परिषदीय स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति पर पड़ा। इसी बीच 15 अप्रैल से मौसम अचानक से गर्म होने लगा।
तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से बढ़कर 40 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। बीते एक सप्ताह से अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। वहीं न्यूनतम तापमान भी लगातार ऊपर उठ रहा है। न्यूनतम तापमान 25 से 26 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है। सूर्यदेव सुबह प्रकट होने के बाद से आग उगलने लगते हैं। सात बजे से ही सूर्य की किरणें शरीर को झुलसाने लगती हैं।
भीषण गर्मी और स्कूलों में शिक्षकों की अनुपस्थिति की वजह से बच्चों की संख्या मात्र 20 से 30 प्रतिशत रह गई है। साथ ही जो बच्चे आ रहे हैं। वह भी बिना किताबें खोले और खाना खाने के बाद घर लौट जाते हैं। शिक्षाविदों का कहना है यह स्थित अब पूरे मई माह तक बनी रहेगी। उनका कहना है कि सात मई को चुनाव के बाद चार जून को मतगणना होनी है।
मतगणना में भी शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। उन्हें फिर से प्रशिक्षण में बुला लिया जाएगा। लोक सभा चुनाव निपटने के बाद छुट्टियां बीतने पर 16 जून को स्कूल खुलने पर ही बच्चों की स्थिति में सुधार होगा। इस संबंध में बीएसए स्वाती भारती ने बताया कि लोकसभा चुनाव में अधिकांश शिक्षकों की ड्यूटी लगी है। गर्मी का भी असर है। जिसकी वजह से बच्चों की संख्या पर असर पड़ा है। उपस्थिति बढ़ाने को लेकर लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं।