Kanpur: प्रदेश में पहली बार एक कार्निया से पांच को मिलेगी रोशनी...GSVM मेडिकल कॉलेज के नेत्र विभाग में एक करोड़ से स्थापित की गईं 10 मशीनें

कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के नेत्र विभाग में एक करोड़ से 10 मशीनें स्थापित की गईं

Kanpur: प्रदेश में पहली बार एक कार्निया से पांच को मिलेगी रोशनी...GSVM मेडिकल कॉलेज के नेत्र विभाग में एक करोड़ से स्थापित की गईं 10 मशीनें

कानपुर, अमृत विचार। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग में एक कार्निया से अब पांच लोगों के जीवन में उजाला आएगा। ऐसा नेत्र विभाग में लेअर बाय लेअर के ऑपरेशन से संभव होगा। इसके लिए नेत्र रोग विभाग में एक करोड़ रुपये से 10 आधुनिक मशीनें स्थापित की गई हैं। दावा है कि उत्तर प्रदेश में पहली बार जीएसवीएम में यह सुविधा शुरू की गई है। 

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के नेत्र विभाग में राधा मोहन पुरुषोत्तम दास ज्वेलर्स प्राइवेट लिमिटेड के सीएसआर फंड से निदेशक अमरनाथ अग्रवाल द्वारा शल्य कक्ष एवं आई बैंक का नवीनीकरण कराया गया है, जिसका उद्घाटन शुक्रवार को निदेशक अमरनाथ अग्रवाल, उनकी पत्नी शशि अग्रवाल, प्राचार्य प्रो. संजय काला व नेत्र रोग विभागाध्यक्ष प्रो. शालिनी मोहन ने किया।

निदेशक ने ऑपरेशन थियेटर में उपयोग किए जाने वाले उपकरण व मशीनें भी दीं। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला ने बताया कि मरीजों को अब दिल्ली या मुंबई व आदि शहरों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। नेत्र रोग विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. शालिनी मोहन ने बताया कि नई एएलटीके मशीन की मदद से कार्निया प्रत्यारोपण सर्जरी में एक कार्निया को कई भाग में विभाजित किया जा सकता है।

उसके बाद अधिक रोगियों में कार्निया प्रत्यारोपण कर सकते है। यह सुविधा प्रदेश में पहली बार जीएसवीएम के नेत्र रोग विभाग में शुरू की गई है। नई ऑटोक्लेव मशीन व ईटीओ मशीन की मदद से सर्जरी में उपयोग किए जाने वाले यंत्र जो पहले खारिज कर दिए जाते थे, उन्हें अब स्ट्रेलाइज कर दोबारा प्रयोग में लाया जा सकता है।

ये भी पढ़ें- Nai Sadak Violence: नई सड़क हिंसा का आरोपी हयात जफर हाशमी बनेगा हिस्ट्रीशीटर...वर्तमान में जेल से है बाहर