बरेली: सपा को भोजीपुरा, कैंट और नवाबगंज से उम्मीद, पिछले चुनाव में कम अंतर से हारी थी

कई कार्यक्रम किए निर्धारित, ओबीसी नेताओं के दौरे भी होंगे

बरेली: सपा को भोजीपुरा, कैंट और नवाबगंज से उम्मीद, पिछले चुनाव में कम अंतर से हारी थी

बरेली, अमृत विचार। समाजवादी पार्टी बरेली संसदीय क्षेत्र के उन इलाकों में वोटरों को साधने पर ज्यादा जोर लगा रही है, जहां पिछले चुनावों में उसके विधायक रहे हैं या वह कम अंतर से पराजित हुई थी। इनमें भोजीपुरा, नवाबगंज और कैंट की विधानसभा सीट शामिल है। इसके अलावा मीरगंज में भी सपा पहले से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है। इसके अलावा पार्टी ने पिछड़े वर्ग के स्टार प्रचारकों को भी बुलाने की रणनीति बनाई है।

सपा ने अब तक के चुनाव प्रचार में भोजीपुरा विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा ताकत झोंकी है। पिछले लोकसभा चुनाव में यहां पांच हजार वोटों के अंतर से भाजपा आगे निकल गईथी। बसपा से गठबंधन होने के बाद भी सपा पिछड़ गई थी। सपा अब तक इस क्षेत्र की धौराटांडा नगर पंचायत के साथ एक दर्जन से ज्यादा गांवों का दौरा और सभाएं कर चुकी है। सपा को इसलिए भी यहां से ज्यादा उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव 2022 में सपा चुनाव जीती और शहजिल इस्लाम विधायक बने।

लोकसभा चुनाव 2019 में में सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी को मीरगंज विधानसभा क्षेत्र में लगभग 74 हजार और भाजपा प्रत्याशी को 1.16 लाख वोट मिले थे। दोनों के वोटों का अंतर करीब 47 हजार रहा था। 2022 के विधानसभा चुनाव में भी सपा यहां से हार गई। लेकिन इसके बावजूद इस लोकसभा चुनाव में उसे यहां पहले से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। इस क्षेत्र में भी सपा नेताओं ने कई दौरे किए हैं। 17 अप्रैल के बाद दोबारा इस क्षेत्र में कई कार्यक्रम निर्धारित किए गए हैं।

नवाबगंज में भी 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा हारी थी। सपा को लगभग 45 हजार वोट ही मिले थे। इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा ने यहां जीत दर्ज की। नवाबगंज में प्रभाव रखने वाले सपा नेता भगवत सरन गंगवार इस बार पीलीभीत के प्रत्याशी हैं। लेकिन फिर भी भाजपा में चल रही उथलपुथल की वजह से सपा को इस बार यहां थोड़ी बेहतरी की उम्मीद है। इस क्षेत्र में भी पार्टी ने कई कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की है।

शहर और कैंट विधानसभा क्षेत्र में भी सपा पिछले चुनाव में हारी थी। विधानसभा चुनाव 2022 में शहर सीट पर पार्टी को 95 हजार 981 वोट मिले थे। कैंट क्षेत्र में भी सपा कम अंतर से हारी थी। पार्टी के लोकसभा समन्वयक संजीव यादव ने बताया कि चुनाव में पार्टी नेताओं के कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं। पार्टी में पिछड़ा वर्ग के यादव, कश्यप और मौर्य बिरादरी के कई नेता हैं। उनके कार्यक्रम तय करने के लिए मुख्यालय पत्र भेजा गया है।

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