नवरात्र विशेष: लखनऊ में शक्ति उपासना का है अनोखा मंदिर, यहां मां के दर्शन रोज करते है हिन्दू और मुसलमान, अवध के इस नवाब ने कराया था निर्माण
लखनऊ, अमृत विचार। राजधानी में शक्ति उपासना का एक केंद्र ऐसा भी है। जहां हिन्दू और मुसलमान दोनों मां के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। होली के आठवें दिन यहां आठों का मेला लगता है। इस दिन दोनों समुदाय के लोग इस मंदिर में मां अन्नपूर्णा के दर्शन करने आते हैं। इस मंदिर का निर्माण नवाब वाजिद अली शाह ने करीब 150 साल पहले कराया था। आज भी मंदिर की भव्यता देखते ही बनती है।
राजधानी के साआदतगंज स्थित मां अन्नपूर्णा माता का मंदिर गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल है। मंदिर के पुजारी सतीश कुमार शास्त्री बताते हैं कि एक बार वाजिद अली शाह काशी नरेश के यहां गये थे। वहां पर रहने के दौरान उन्होंने मां की पूजा अर्चना की। वहां से लौटने के बाद उन्होंने मंदिर निर्माण का फैसला लिया। मंदिर का निर्माण के बाद से ही यहां पर हिन्दू और मुस्लमान दोनों ही समुदाय के लोग मां के दर्शनों के लिए आते रहे हैं। नवरात्र के समय में यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। मां के दर्शनों के लिए पहुंचे भक्तों की हर मनोकामना मां पूर्ण करती हैं।
परी और शेर की प्रतिमा किसी और मंदिर में नहीं
सतीश कुमार शास्त्री के मुताबिक मां अन्नपूर्णा माता मंदिर में ही परी और शेर की प्रतिमा देखी जा सकती है। यह मंदिर के ऊपरी भाग में स्थित है। यह प्रतिमायें दूर से ही दिखाई पड़ती है। इस मंदिर की खास बात यह है कि मंदिर श्रीयंत्र पर निर्मित है। इसमें आठ कोण हैं।