रुद्रपुर: जांच से घबराए माफिया, कबाड़ गोदाम में रख डाला राशन

रुद्रपुर: जांच से घबराए माफिया, कबाड़ गोदाम में रख डाला राशन

रुद्रपुर, अमृत विचार। राशन वितरण प्रणाली में धांधली प्रकरण का खुलासा होने के बाद जांच से बचने के लिए राशन माफिया ने देर रात गोपनीय तरीके से सीलबंद सस्ता गल्ला दुकान में राशन की बोरियां नहीं रखी, बल्कि कबाड़नुमा टूटे टीनशेड में राशन की बोरियां रखकर खुद को बचाने की कोशिश की।

जब मामला खुला तो दुकान संचालक पूर्ति अधिकारियों पर ही दोष मढ़ने लगा। इसके बाद विभाग ने सस्ता गल्ला विक्रेता की जांच शुरू कर दी है।

बताते चलें कि गुरुवार को जैसे ही सस्ता गल्ला राशन वितरण में धांधली का मामला सुर्खियों में आया तो रुद्रपुर सर्किल की पूर्ति निरीक्षक अनीता तिवारी ने कई सस्ता गल्ला की दुकानों में छापामार कार्रवाई की और मौके पर कोई भी राशन का स्टॉक नहीं मिलने पर खेड़ा बस्ती स्थित सलीम नाम के व्यक्ति की दुकान को सील कर दिया था, जबकि गुरुवार की देर शाम तक गोदाम में किसी भी प्रकार के राशन की बोरियों की आपूर्ति नहीं हुई थी।

मगर रातों-रात जांच से बचने के लिए राशन माफिया के इशारे पर सील बंद सस्ता गल्ला के दूसरे गेट से राशन की मोहर लगी बोरियां रखी मिली।

इस संबंध में गल्ला विक्रेता से पूछा गया तो उसका आरोप था कि पूर्ति निरीक्षक ने उसकी गैरमौजूदगी में दुकान को सील कर दिया था जिस कारण राशन को दूसरे स्थान पर रखा गया है। स्थानीय लोगों का यह भी कहना था कि पिछले कई दिनों से दुकान में किसी भी प्रकार का राशन नहीं आया।

नियमानुसार एससीआई या फिर सरकारी गोदाम से आने वाली खाद्य रसद को आवंटित सस्ता गल्ला की दुकान में बने गोदाम में ही रखे जाने का नियम है। ऐसे में सील बंद दुकान के अलावा दूसरे स्थान पर बोरियां रखना नियम विरूद्ध है। मामले की जांच कर गल्ला संचालक को नोटिस भेजकर जवाब मांगा जाएगा।

श्याम लाल आर्या, जिला पूर्ति अधिकारी, ऊधमसिंह नगर

 

कोट-

जीरो टॉलरेंस की धामी सरकार में राशन घोटाला एक गंभीर प्रकरण है। जहां भाजपा सरकार गरीबों को मुफ्त राशन देने का दम भर रही है। वहीं राशन माफिया गरीबों के राशन पर डाका डालकर बंदरबांट कर रहे हैं। राशन कोटे की धांधली माफिया और विभागीय मिलीभगत के बगैर नहीं हो सकती है। यदि पारदर्शी और व्यापक जांच की जाए तो ऊधमसिंह नगर नहीं, बल्कि प्रदेश का सबसे बड़ा राशन घोटाला सामने आने की आशंका है। प्रदेश की सरकार और प्रशासन को प्रकरण का संज्ञान लेकर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।

-तिलकराज बेहड़, विधायक, किच्छा