पीलीभीत: लापरवाही...बिना पोस्टमार्टम कराए ही दफना दिए गोवंश के शव, मौत की वजह भी नहीं जानी, जानिए पूरा मामला

पीलीभीत: लापरवाही...बिना पोस्टमार्टम कराए ही दफना दिए गोवंश के शव, मौत की वजह भी नहीं जानी, जानिए पूरा मामला

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पीलीभीत,अमृत विचार: देवीपुरा गोशाला में मृत पाए गए गोवंशों के मामले में दूसरे दिन भी कोई एक्शन नहीं लिया गया। लापरवाही भी साफ दिखी। खास बात यह है कि जिम्मेदारों ने गोवंशों की मौत की वजह जानने की भी कोशिश नहीं की और बिना पोस्टमार्टम कराए ही मृत गोवंशों का अंतिम संस्कार करवा दिया। वहीं इस पूरे प्रकरण में जिम्मेदार खुद को बचाने के लिए लापरवाही का ठीकरा केयर टेकरों पर फोड़ते नजर आए। फिलहाल इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी ने सीवीओ को जांच सौंपते ही रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।

देवीपुरा गोशाला में पशुओं की मौत की जानकारी मिलने पर एक दिन पूर्व विश्व हिंदू परिषद के संगठन मंत्री प्रिंस गौड़ समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने गोशाला पहुंचकर जमकर हंगामा किया था। मामला प्रशासन तक जा पहुंचा। आनन-फानन में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अरविंद कुमार, बीडीओ मरौरी मृदुला ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर मामले की पड़ताल की थी। 

जांच में बीडीओ द्वारा तीन पशुओं के मृत मिलने की पुष्टि की गई। जबकि कार्यकर्ताओं का कहना था कि आठ पशुओं की मौत हुई है। कार्यकर्ताओं ने गोशाला में पशु दान करने के नाम पर घोटाला करने का आरोप लगाते हुए जांच कर कार्रवाई करने की मांग की थी।  इधर माना जा रहा था कि इस मामले में अगले दिन कोई बड़ी कार्रवाई होगी। 

मगर, जिम्मेदारों ने दूसरे दिन भी इस मामले में कोई एक्शन नहीं लिया। वहीं जिम्मेदार लापरवाही का ठीकरा केयर टेकरों पर फोड़ते हुए खुद को बचाते नजर आए। खास बात यह है कि पहले दिन मृत पशुओं का पोस्टमार्टम होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होने की बात कही गई थी, मगर जिम्मेदारों ने मृत पशुओं का बिना पोस्टमार्टम कराए ही अंतिम संस्कार कर दिया। ऐसे में अब इन गोवंशों की मौत का राज भी दफन हो गया। फिलहाल इस पूरे प्रकरण में दूसरे दिन जिम्मेदार खुद को बचाते साफ नजर आए। इधर सीडीओ धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को पूरे प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।

मौके पर मिली थी रसीद बुक
देवीपुरा गोशाला में पहुंचे विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ताओं ने जांच करने पहुंची टीम को एक रसीद बुक भी सौंपी थी। कार्यकर्ताओं का कहना था कि उन्हें यह रसीद बुक गोशाला में मिली थी। माना जा रहा है कि गोशाला में दान के नाम पर अवैध धन वसूली का खेल चल रहा था। फिलहाल इस रसीदबुक के बारे में अफसरों को भी जानकारी नहीं है।

मृत पशुओं का पोस्टमार्टम मौत पर संदेह प्रतीत होने पर कराया जाता है, लेकिन यहां ऐसा नहीं था। प्रथम दृष्टया केयर टेकरों की लापरवाही सामने आ रही है। इस मामले की जांच कर रिपोर्ट मुख्य विकास अधिकारी को सौंपी जाएगी। उनके स्तर से ही अग्रिम कार्रवाई होगी--- डॉ. अरविंद कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी।

देवीपुरा गोशाला प्रकरण में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में कोई कार्रवाई की जाएगी। पोस्टमार्टम के बारे में जानकारी कराएंगे--- धर्मेंद्र प्रताप सिंह, सीडीओ।

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