बाराबंकी: घोषणा और वादों तक सीमित रहा ओवरब्रिज का निर्माण, दरियाबाद-भिटरिया मार्ग पर रोज लगता है जाम

बाराबंकी: घोषणा और वादों तक सीमित रहा ओवरब्रिज का निर्माण, दरियाबाद-भिटरिया मार्ग पर रोज लगता है जाम

दरियाबाद/बाराबंकी, अमृत विचार। अयोध्या-लखनऊ रेल मार्ग पर बढ़ी ट्रेनों की संख्या से दरियाबाद भिटरिया मार्ग पर पड़ने वाली रेलवे क्रासिंग अब आम राहगीरों के लिए मुसीबत बन चुकी है। आए दिन जाम में आम आदमी ही नहीं सरकारी अफसर सहित आपात कालीन सेवाओं के वाहन भी फंसते हैं लेकिन इस क्रासिंग पर ओवर ब्रिज के निर्माण का कार्य शुरू नहीं हुआ।  

ज्ञात हो की बीते 22 नवंबर बुधवार को दरियाबाद के जेठौती राजपूतान पहुंचे प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने दरियाबाद-भिटरिया मार्ग पर पड़ने वाली रेलवे क्रासिंग पर उपगरिम सेतु सहित लगभग सौ करोड़ की लागत की एक दर्जन परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया था। 

इन कार्यों में सर्वाधिक लागत लगभग 76 करोड़ की परियोजना दरियाबाद भिटरिया मार्ग पर पड़ने वाले रेलवे गेट संख्या 156 ए पर बनने वाले उपगारीम सेतु का था। 1029 मीटर लंबे और 20 मीटर चौड़े पुल के निर्माण के लिए राज्य सरकार ने 44 करोड़ 65 लाख रुपए की स्वीकृति की थी। वहीं बताया जाता है कि  ओवरब्रिज निर्माण को लेकर 8 करोड़ 75 लाख की पहली किस्त भी जारी हो चुकी थी। 

लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने  विभाग के मुख्य अभियंता बीपी सिंह को मंच पर बुलाकर काम कब शुरु करने का सवाल भी पूछा था। जिस पर मुख्य अभियंता ने जल्द काम शुरू होने की बात कही थी लेकिन तीन माह से अधिक समय बीत चुका है। अभी तक ओवर ब्रिज के निर्माण का काम शुरु नहीं हुआ है। 

अयोध्या लखनऊ रेल मार्ग के दोहरीकरण के बाद इस रूट पर चलने वाली  ट्रेनों सहित बढ़ी ट्रेनों से क्रॉसिंग अक्सर बंद रहती है। जिससे आम राहगीर, सरकारी अफसर, कर्मचारी व आपात कालीन वाहन भी फसे देखे जाते है। लेकिन आम जन मानस को होने वाली परेशानी को लेकर जिम्मेदार भी गंभीर नही हैं।

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