बहराइच: हौसले हों बुलंद तो अड़चनें नहीं रोक सकतीं मुकाम, रीढ़ की हड्डी टूटी होने के बाद भी परीक्षा में शामिल हुई छात्रा

बहराइच: हौसले हों बुलंद तो अड़चनें नहीं रोक सकतीं मुकाम, रीढ़ की हड्डी टूटी होने के बाद भी परीक्षा में शामिल हुई छात्रा

कैसरगंज, बहराइच, अमृत विचार। मन में दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर यदि कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो उसकी प्रगति में अड़चने बाधा नहीं बन सकती। अड़चने चाहे कैसी भी हो, लेकिन हौसलें की ताकत सबको पछाड़ देती है। ऐसे ही विकासखंड जरवल के ग्राम पंचायत प्यारेपुर हाईस्कूल की छात्रा महक पुत्री इरफान में देखने को मिली।

जिले के जरवल विकास खंड के ग्राम पंचायत प्यारेपुर निवासी छात्रा मौलवी अयाज अहमद खान इंटर कॉलेज बखौरा माफी बहराइच में पढ़ती है। जिसकी परीक्षा सरदार पटेल इंटर कॉलेज कैसरगंज में चल रही है। परीक्षा से तीन दिन पहले सीढ़ी से गिर कर छात्रा के रीढ़ की हड्डी टूट जानें से उसका बहराइच के चंद्रा हॉस्पिटल में सफल ऑपरेशन हुआ।

आपरेशन के बाद डॉक्टर ने आराम करने की सलाह दी, लेकिन छात्रा महक के बुलंद हौसले ने अपनी माता रिहाना से परीक्षा में सम्मिलित होने दृढ़ इच्छा शक्ति जाहिर की। जिससे उनकी माता भी बेटी के दृढ़ इच्छा शक्ति के आगे बेबस होकर अपने साथ परीक्षा कक्ष तक पहुंचाने का निर्णय लिया।

सोमवार को परीक्षा कक्ष के बाहर पहुंचते ही विद्यालय के प्रशासक पवन सिंह ने बेटी को सहारा देकर उसके कक्ष तक पहुंचाने का कार्य किया और कहा ऐसे लोग ही बुलंद इरादों से मुकाम तक पहुंचने की उड़ान भरते हैं। छात्रा ने किसी तरह परीक्षा दी।

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