बदायूं: पुराने बीडीओ ने दी प्रतिकूल प्रविष्टि, नए ने की खारिज...बाबू को मिली पदोन्नति  

तत्कालीन अधिकारी की जांच में दोषी मिला था लिपिक, दी थी प्रतिकूल प्रविष्टि 

बदायूं: पुराने बीडीओ ने दी प्रतिकूल प्रविष्टि, नए ने की खारिज...बाबू को मिली पदोन्नति  

बदायूं, अमृत विचार। उसावां ब्लॉक क्षेत्र में अपात्रों को आवास दिए जाने के मामले में तत्कालीन बीडीओ द्वारा जांच कराई गई। जांच में लिपिक दोषी पाया गया। इस पर उनके द्वारा उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई। इसी दौरान उनका स्थानांतरण हो गया। नए अधिकारी द्वारा पद संभालते ही दोषी को दिया गया दंड खारिज कर दिया और उसे पदोन्नति दे दी गई। 18 दिन में ही दोषी को दोषमुक्त कर पदोन्नति दिए जाने की चर्चा न सिर्फ ब्लॉक क्षेत्र में हो रही है, बल्कि विकास भवन भी अछूता नहीं है। 

बताया जा रहा है कि उसावां ब्लाक में प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार हुआ है। इस ब्लॉक में  पात्रों को दरकिनार करते हुए अपात्र लोगों को रिश्वत लेकर आवासों का लाभ दे दिया गया। इस प्रकरण की पोल तब खुली जब ब्लाक क्षेत्र के गांव किशनी खाम गांव के लोगों ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपा। जिसकी जांच कराई गई। जांच के दौरान गांव में 10 स्थानों पति और पत्नी दोनों को आवास दिए जाने का मामला सामने आया।

डीएम के आदेश पर तत्कालीन बीडीओ अखिलेश चौबे ने आवास पटल देख रहे वरिष्ठ सहायक रवि बाबू सक्सेना को दोषी मानते हुए विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की थी। जिसमें उनके द्वारा वरिष्ठ सहायक रवि सक्सेना घोर लापरवाह कर्मचारी बताया। साथ ही उनके द्वारा भविष्य में लिपिक को स्थापना पटल के अतिरिक्त अन्य कोई महत्वपूर्ण कार्य न दिया जाने का आदेश दिया गया था।

इसी दौरान उनका स्थानांतरण हो गया। उनके स्थान पर आए नए ब्लॉक अधिकारी द्वारा प्रकरण की दोबारा से जांच की गई। जिसमें उनके द्वारा लिपिक को दोषमुक्त कर दिया गया। लिपिक को तत्कालीन बीडीओ द्वारा नौ फरवरी को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई थी। और 28 फरवरी को उसे पदोन्नति दे दी गई।

मुख्य विकास अधिकारी द्वारा आदेश जारी करते उसावां ब्लॉक में कार्यरत लिपिक रवि बाबू सक्सेना को डीडीओ कार्यालय में योगदान दिए जाने का आदेश जारी किया गया है। 18 दिन में बाबू को दोषमुक्त कर पदोन्नति दिए जाने की चर्चाएं ब्लॉक स्तर के साथ विकास भवन में हो रही हैं।  
इन स्थानों पर हुई गड़बड़ी
बताया जा रहा है कि उसावां ब्लाक क्षेत्र प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। ब्लॉक क्षेत्र की  ग्राम पंचायत मुगर्रा महानगर में रिश्वत लेने का आडियो भी वायरल हुआ था। इस प्रकरण में वहां पर कार्यरत तकनीकी सहायक को बर्खास्त किया गया। तथा आवास पटल देख रहे वरिष्ठ सहायक रवि सक्सेना के खिलाफ भी विभागीय जांच की गई थी। ब्लाक म्याऊं के धर्मपुर में भी अपात्र को पीएम आवास की किस्त जारी करने पर लिपिक की लापरवाही उजागर हुई थी। जिसमें ब्लाक उसावां क्षेत्र के गांव किशनी खाम गांव का प्रकरण सुर्खियों में रहा था। इस गांव में पति और पत्नी दोनों को ही प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दे दिया गया। जिसकी अभी तक उनसे रिकवरी की कार्रवाई अभी तक शुरू नहीं हो सकी है। 

मेरे द्वारा हाल में ब्लॉक का चार्ज ग्रहण किया गया है। क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कुछ गलत हुआ है तो उसकी जांच कराई जाएगी। लिपिक रवि बाबू सक्सेना दोषी नहीं था। इसलिए उन्हें पदोन्नति दी गई- 
मनीष कुमार वर्मा, बीडीओ उसावां।

ये भी पढ़ें- बदायूं: मुकदमा लड़ते बूढ़े हो गए पोशाकी लाल, 50 साल बाद कोर्ट ने सुनाया फैसला तो चेहरे पर आई खुशी...जानिए मामला