Kanpur: 'साहब पैसे नहीं हैं, बच्चे को ठीक कर दो'; गरीब पिता करता रहा मिन्नतें, नहीं पसीजा अस्पताल कर्मियों का दिल...

अस्पताल का पंजीकरण व अन्य दस्तावेज नहीं मिले

Kanpur: 'साहब पैसे नहीं हैं, बच्चे को ठीक कर दो'; गरीब पिता करता रहा मिन्नतें, नहीं पसीजा अस्पताल कर्मियों का दिल...

कानपुर, अमृत विचार। साहब पैसे नहीं हैं, बच्चे को ठीक कर दो। इलाज के बाद सारे पैसे चुका देंगे। यह लफ्ज उस पिता के हैं जो अपने दो साल के बीमार बेटे को लेकर कल्याणपुर स्थित निजी अस्पताल पहुंचा। पैसे नहीं होने पर उसने हाथ जोड़कर बेटे का इलाज करने की मिन्नतें की, लेकिन अस्पताल कर्मियों का दिल नहीं पसीजा और बच्चे को अस्पताल से बाहर निकाल दिया, जिसके बाद उसकी रास्ते में मौत हो गई। 

पनकी कांशीराम कालोनी निवासी अमित मजदूर है। घर में पत्नी मीरा और डेढ़ साल का बेटा कृष्णा है। अमित ने बताया कि बेटे की तबीयत ठीक नहीं थी। कल्यानपुर स्थित एक क्लीनिक में दिखाया तो महिला डॉक्टर ने बेटे को बुखार बताकर पास के एक अस्पताल में भर्ती कराने को कहा। 

अस्पताल प्रशासन ने रुपये जमा करने की बात कही तो उसने इलाज के बाद रकम चुका देने की बात कही। आरोप है कि रुपये न जमा करने पर अस्पताल कर्मियों ने बच्चे को भर्ती नहीं किया। माता-पिता बच्चे को लेकर कल्यानपुर-पनकी रोड तक पहुंचे ही थे कि रास्ते में बच्चे के मुंह से झाग व खून आने के बाद उसकी मौत हो गई। 

मामले की जानकारी होने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों व अस्पताल में मौजूद स्टाफ से पूछताछ की। एसीएमओ डॉ.सुबोध प्रकाश के मुताबिक टीम को अस्पताल के पंजीकरण समेत अन्य जरूरी दस्तावेज नहीं मिले हैं। नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। इसके बाद अस्पताल पर कार्रवाई की जाएगी।

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