कासगंज: मोहिनी हत्याकांड...पुलिस न डीएनए की रिपोर्ट ले पा रही और नहीं दे रही पंजीकरण नंबर

 तेलंगाना की लैब टेक्नीशियन बोली कासगंज की कोई भी रिपोर्ट नहीं है लंबित 

कासगंज: मोहिनी हत्याकांड...पुलिस न डीएनए की रिपोर्ट ले पा रही और नहीं दे रही पंजीकरण नंबर

कासगंज, अमृत विचार। महिला अधिवक्ता मोहनी हत्याकांड का मामला सुलझने के बजाए उलझता ही जा रहा है। पुलिस घटना का सही खुलासा नहीं कर पाई है। जो खुलासा किया उसके पीछे कारण भी नहीं बता पाई और दो आरोपी अभी फरार हैं। इधर, जांच के लिए भेजी गई डीएनए रिपोर्ट पुलिस नहीं जुटा पाई है। वहीं, जिस प्रयोगशाला में रिपोर्ट भेजी गई वहां से स्पष्ट हो गया है कि कासगंज की कोई भी डीएनए रिपोर्ट लंबित नहीं है। ऐसे में पुलिस या तो रिपोर्ट छुपा रही है या इस पूरे मामले को ठंडे बस्ते में डालने की कोशिश कर रही है।

तीन सितंबर को महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर न्यायालय के मुख्य द्वार से लापता हो गईं थीं। चार सितंबर को उनका शव गोरहा नहर में मिला। उसके बाद अधिवक्ताओं ने आंदोलन किया। आरोप लगाया कि कहीं न कहीं लापरवाही के चलते घटना का सही खुलासा नहीं हो पा रहा है। इस बीच महिला अधिवक्ता के पति की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर पांच अधिवक्ता और एक विधि छात्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इसमें अधिवक्ता मुस्तफा कामिल, मुनाजिर रफी, केशव मिश्रा, असद मुस्तफा, हैदर मुस्तफा और सलमान शामिल रहे। बाद में पुलिस ने नया मोड़ देते हुए एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जबकि आरोपी सुनील फौजी और रजत सोलंकी अभी फरार है। इन दोनों पर इनाम घोषित है, लेकिन  इस मामले में पुलिस का रवैया बेहद सुस्त दिख रहा है। डीएनए के लिए भेजी गई रिपोर्ट पुलिस नहीं जुटा पा रही है, सूत्रों का कहना है की रिपोर्ट पुलिस को मिल चुकी है। यहां तक की जिस लैब में रिपोर्ट भेजी गई वहां से स्पष्ट हो गया है कि कोई रिपोर्ट यहां लंबित नहीं है।

50 दिन बाद भी नहीं रिपोर्ट का आता पता 

18 सितंबर को रिपोर्ट डीएनए जांच के लिए सैम्पल भेजा गया, इसकी रिपोर्ट के इंतजार में लगभग 50 दिन का समय बीतने जा रहा है, लेकिन अभी तक रिपोर्ट का कुछ पता नहीं चल रहा है। ऐसे में पुलिस की शिथिलता भी सामने आ रही है। शहर में चर्चा है कि पुलिस इस मामले को शिथिल कर रही है।

 मेरे संज्ञान में कुछ भी नहीं है
 इस संबंध में सीएमओ डॉ. राजीव अग्रवाल का कहना है कि  सैम्पल पुलिस ने भेजा होगा। पुलिस ही जाने, मेरे संज्ञान में इस मामले में कोई जानकारी नहीं है। कहां जांच का सैंपल भेजा गया और कहां से रिपोर्ट आएगी।


 हमें अब कुछ नहीं पता
 सदर कोतवाली प्रभारी लोकेश भाटी का कहना है कि हमें तो कुछ पता ही नहीं है कि जांच रिपोर्ट कब आएगी। हमें इसका कुछ पता नहीं है। हमारा अपना करने का काम था वह हमने कर दिया है और आगे की कार्रवाई हम प्रचलित कर रहे हैं, लेकिन हमें रिपोर्ट नहीं मिली है।

कासगंज की कोई रिपोर्ट लेब में लंबित नहीं  

तेलंगाना की लैब टेक्नीशियन काव्या ने बताया कि उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले की कोई भी रिपोर्ट हैदराबाद की लैब में लंबित नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं तेलंगाना लैब में हूं। उन्होंने पूछा कि पंजीकरण नंबर हो तो मैं एक बार नए सिरे से स्पष्ट कर सकती हूं कि रिपोर्ट किसके पास है। हालांकि, पुलिस रजिस्ट्रेशन नंबर भी नहीं दे है।