Kanpur: 150 मिलियन राउंड सालाना उत्पादन के साथ अदाणी का रक्षा कारखाना शुरू...18 महीनों में हुआ पूरा, ये है प्लांट की खास बातें
कानपुर में साढ़ स्थित डिफेंस कॉरिडोर में अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस शुरू
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कानपुर, अमृत विचार। अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस की ओर से साढ़ स्थित डिफेंस कॉरिडोर में शुरू किए गए दो मेगा प्लांट में से एक में कारतूसों का उत्पादन शुरू कर दिया गया है। पहले चरण में प्लांट में रायफल, लाइट मशीन गन और कार्बाइन की 150 मिलियन राउंड गोलियां बनेंगी। यह देश की सालाना जरूरत का एक चौथाई हिस्सा है। अगले चरण में आर्टिलरी गन, गोला-बारूद, तोपों और हैंड ग्रेनेड का उत्पादन होगा।
बालाकोट हवाई हमले की पांचवीं वर्षगांठ पर हुए प्लांट का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथने किया। स्व सुरक्षा नाम से आयोजित समारोह में बताया गया कि 500 एकड़ क्षेत्र में फैले इसे प्लांट में सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों और पुलिस के लिए उच्च गुणवत्ता वाले छोटे, मध्यम और बड़े कैलिबर के आयुधों का उत्पादन होगा। फिलहाल प्लांट में छोटे कैलिबर आयुध का उत्पादन शुरू हो चुका है।
समारोह में रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता की आवश्यकता पर जोर देते हुए चीफ आफ आर्मी स्टाफ मनोज पांडे ने कहा कि हाल की भू-राजनीतिक घटनाएं इस बात पर जोर देती हैं कि लंबे समय तक चलने वाले संघर्ष की तैयारी के लिए आयुध की आंतरिक स्रोतों से विश्वसनीय आपूर्ति समय की सबसे महत्वपूर्ण मांग है। ऐसे में अदाणी डिफेंस और एयरोस्पेस की यह स्वदेशी पहल उपयोगकर्ताओं में भरोसा उत्पन्न करने का काम करेगी।
18 महीनों में हुआ पूरा
इस प्लांट की घोषणा 2022 में उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट के दौरान अदाणी ग्रुप ने की थी और 18 महीनों में आयुध कॉम्प्लेक्स का संचालन शुरू हो गया। प्लांट में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करके उत्पादों की गुणवत्ता को विश्वसनीय और विश्वस्तरीय बनाया गया है।
--प्लांट की खास बातें---
- प्लांट पीईएसओ प्रमाणित परिसर होने से मिसाइलों और सटीक-निर्देशित हथियारों के लिए विस्फोटक प्रबंधन सुविधाओं से लैस है।
- 1500 करोड़ से शुरू हुआ प्रोजेक्ट अगले पांच साल में 3000 करोड़ का विस्तार प्राप्त करेगा।
- कॉम्प्लेक्स अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए सोलर पॉवर और वेस्ट मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेगा।
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