बदायूं: प्रसूता की मौत मामले में अस्पताल सीज के बाद फिर कराया चालू, अब कमिश्नर से शिकायत

बदायूं: प्रसूता की मौत मामले में अस्पताल सीज के बाद फिर कराया चालू, अब कमिश्नर से शिकायत

सांकेतिक फोटो

बदायूं, अमृत विचार: ओरछी में बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे एक प्राइवेट अस्पताल में प्रसव के दौरान महिला की मौत के बाद भारी हंगामा हुआ था। हंगामे के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करते हुए अस्पताल को सील कर दिया था। लेकिन सांठगांठ करने के बाद अस्पताल को फिर से खोल दिया गया। अब इसके विरोध में 26 फरवरी को जिम्मेदारों के खिलाफ बड़े स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस मामले पर डिप्टी सीएम से भी शिकायत की गयी है जिससे कमिश्नर ने शिकायतकर्ता को बुलाया है।

संभल जिले के कस्बा वहजोई निवासी सुमित कुमार ने अपनी पत्नी शिवानी को प्रसव पीड़ा होने पर थाना फैजगंज बेहटा क्षेत्र के औरछी चौराहे पर खुले एक प्राइवेट अस्पताल में दो जनवरी को भर्ती कराया। वहां पर डॉक्टरों ने शिवानी को देखा तो बताया कि शिवानी को ब्लड की जरूरत है।

शिवानी का प्रसव कराने के लिए 30 हजार रुपए ले लिए गए। पीड़ित परिवार ने बताया कि ब्लड लेने को परिजन चंदौसी गए तब तक रात के समय डॉक्टरों ने शिवानी का ऑपरेशन कर दिया। शिवानी ने पुत्री को जन्म दिया। ऑपरेशन के बाद शिवानी की हालत बिगड़ गयी और कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गयी। शिवानी की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल पर हंगामा किया। उसके बाद थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी।

मामला अब तूल पकड़ा तो प्रभारी सीएमओ डा. अब्दुल सलाम खान ने एसीएमओ डा. पंकज शर्मा को भेज कर अस्पताल को सील करा दिया। इसके बाद डा. पंकज शर्मा ने बताया कि डा. सविता वार्ष्णेय का यह अस्पताल है। उनके एक रजिस्ट्रेशन पर दो जगह अस्पताल चल रहे हें। इसलिए रजिस्ट्रेशन को निरस्त कर दिया गया है और अस्पताल को भी सील कर दिया गया है।

मृतक शिवानी के भाई ऋषभ शर्मा ने सोमवार को बताया कि डा. सविता ने फिर से अस्पताल खोल लिया है। इस बात की शिकायत करने पर प्रभारी सीएमओ और डा. पंकज शर्मा ने ऋषभ को धमकाया और कहा कि तुम कुछ भी नहीं कर सकते। अस्पताल चलता रहेगा। इस मामले को लेकर ऋषभ ने कमिश्नर से भी शिकायत की है जिस पर कमिश्नर ने उन्हे बुलाया है। 

ऋषभ ने बताया कि उसने डिप्टी सीएम को भी स्थिति से अवगत करा दिया है ।अब वह किसी स्थिति में अस्पताल को खुलने नही देगा। आरोप है कि उस पर फैसला करने का दबाव बनाया जा रहा है। मृतक के परिजनों को धमकियां मिल रही हैं। झोलाछापों को देख रहे नोडल अधिकारी के संबंध डा. सविता से बताए जा रहे हैं। इसलिए अस्पताल संचालक के खिलाफ अभी तक कोई कार्यवाही नही की गयी है।

इस मामले पर सोमवार को जब प्रभारी सीएमओ डा. अब्दुल सलाम खान से बात करने का प्रयास किया गया तो वी कार्यालय से निकल गए। उन्होंने कहा कि इस मामले में डॉक्टर पंकज शर्मा से बात की जाए। ऋषभ ने बताया कि इस धांधली के खिलाफ 26 फरवरी को कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार से शिकायत की जाएगी और डिप्टी सीएम को स्थिति से अवगत कराया जाएगा। आरोप है कि नोडल अधिकारी ने सांठगांठ कर अस्पताल फिर से खुलवा दिया है जिससे क्षेत्र के लोगों में भारी रोष है।

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