रामराज्य की परिकल्पना को साकार कर रहा UP का ये थाना, यहां नहीं होते हैं अपराध
रंजीत गुप्ता/ एटा, अमृत विचार। यूपी के थानों में हर रोज चोरी लूट हत्या जैसी घटनाओं की वारदात के मुकदमे दर्ज होते हैं। लेकिन यूपी में एक थाना ऐसा भी है जहां कई सालों में एका ही अपराध का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है, यहां राम राज्य जैसा माहौल है । यहां न चोरी होती है न लूट। यह थाना ऐसे जिले में है जिस जिले में अच्छे-अच्छे अपराधियों के किस्से और उनके द्वारा की गई बड़ी-बड़ी वारदातों की कहानी देश और प्रदेश के सामने आती रही। लेकिन इसी जिले का एक थाना है कि जहां पिछले 5 साल में कोई भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है ।
राजकीय रेलवे पुलिस आगरा का जीआरपी थाना एटा एक ऐसा थाना है कि यहां पिछले 5 साल से कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है और पिछले 21 वर्ष का रिकार्ड बताता है कि यहां एक मुकदमा हत्या का और एक गेटमैन के साथ मारपीट का मामला दर्ज है। आगरा जीआरपी एसपी से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 10 साल में तीन मुकदमे दर्ज हुए हैं। यह थाना रोजमर्रा के अपराधों से कोसों दूर है। जीआरपी के आंकड़ों के मुताबिक 22 अप्रैल 2016 को प्रमोद कुमार जैन ने थाना जीआरपी एटा में अपने भाई संजीव कुमार जैन की यात्रा के दौरान हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद 2019 में जलेसर सिटी पर तैनात गेटमैन जयपाल मीणा ने स्थानीय लोगों द्वारा अपने साथ गाली गलौज और मारपीट का एक मुकदमा दर्ज कराया है। बीते 5 सालों में इस थाने में एक भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है ।
आखिर क्यों नहीं होते यहां मुकदमे दर्ज
एटा जीआरपी थाने में मुकदमे दर्ज न होने की बड़ी वजह है एटा रेलवे स्टेशन तक महज एक यात्री रेलगाड़ी ही चलती है। यह गाड़ी टूंडला रेलवे स्टेशन से एटा तक का सफर तय करती है, शाम को यही गाड़ी वापसी में एटा से टूंडला चली जाती है। जिसमें यात्रियों की संख्या भी लगभग न के बराबर होती है। जिसके कारण चोरों बदमाशों को इस स्टेशन और इस यात्री गाड़ी में ज्यादा दिलचस्पी भी नहीं है।
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