Kanpur: श्रम विभाग के पोर्टल में सेंधमारी का मामला... साइबर सेल के हाथ लगे सुराग, 105 संदिग्धों के खाते से 201 बार रुपये निकाल गबन

Kanpur: श्रम विभाग के पोर्टल में सेंधमारी का मामला... साइबर सेल के हाथ लगे सुराग, 105 संदिग्धों के खाते से 201 बार रुपये निकाल गबन

श्रम विभाग के पोर्टल में सेंधमारी करके 1 करोड़ 7 लाख 80 हजार की साइबर ठगी के मामले में क्राइम ब्रांच साइबर सेल को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जांच टीम ने बैंकों के जरिये विभिन्न खातों में पड़े करीब लाखों रुपये फ्रीज करा लिए हैं।

कानपुर, अमृत विचार। श्रम विभाग के पोर्टल में सेंधमारी करके 1 करोड़ 7 लाख 80 हजार की साइबर ठगी के मामले में क्राइम ब्रांच साइबर सेल को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जांच टीम ने बैंकों के जरिये विभिन्न खातों में पड़े करीब लाखों रुपये फ्रीज करा लिए हैं। इस गंभीर प्रकरण में टीम एक-एक खाताधारकों को स्कैन कर रही है। टीम को यह पता चला है कि 105 संदिग्ध श्रमिकों के खातों से 201 बार में 55-55 हजार रुपये निकालकर पूरा गबन किया गया।

अपर श्रम आयुक्त कल्पना श्रीवास्तव ने घटना को लेकर साइबर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें जानकारी दी गई गई कि 25 जनवरी व 30 जनवरी को सहारनपुर में तैनात रोहित कुमार की आईडी पर 259 आवेदकों को कन्या विवाह योजना के तहत आवेदन करा दिया गया।

29 जनवरी को इनमें से 196 आवेदकों के खाते में 55-55 हजार व ज्यादातर आवेदकों के खाते में दो बार 55-55 हजार रुपए भेज दिए गए थे। घटना को अंजाम देने के लिए साइबर ठगों ने सबसे लेखाधिकारी द्वारा डिजिटल सिग्नेचर के अनिवार्य कदम को ही स्किप कर दिया था।

जांच टीम ने करीब 62 लाख रुपये फ्रीज कराने के बाद इन पैसों को अब साइबर ठग आगे न तो ट्रांसफर कर पाएंगे और न ही उन्हें निकाला जा सकेगा। यह सारी रकम अगले कुछ दिन में फिर से श्रम विभाग के उसी बैंक खाते में आ जाएगी जिससे कन्या विवाह सहायता योजना के फर्जी लाभार्थियों के खातों में रकम डाली गई थी। इसके साथ ही बैंकों से मिले बैंक खातों के पूरे डाटा का पता लगाकर एक-एक लाभार्थी का सत्यापन किया जा रहा है।

वहीं, पिछले दो दिन में साइबर सेल ने श्रम विभाग के कानपुर से लेकर लखनऊ तक के कार्यालय जाकर वहां से काफी डाटा व डिवाइस अपने कब्जे में लिए हैं। अब उन डिवाइसों से डिजिटल इंप्रेशन लेकर यह देखा जा रहा है कि कहीं इन्हीं डिवाइसों का गड़बड़ी के लिए उपयोग तो नहीं हुआ। साथ ही किन-किन वेबसाइटों व कार्य के लिए उनका इस्तेमाल हुआ इसका भी पता चलेगा।

फिलहाल जांच टीम को अबतक की जांच में पता चला है कि 105 संदिग्ध श्रमिकों के खातों से 201 बार में 55-55 हजार रुपये निकालकर कुल 1 करोड़ 10 लाख 55 हजार रुपये का गबन किया गया है। यह सारी राशि आठ बैंक खातों में ट्रांसफर की गई है।

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