Kanpur: शहरवासी कर रहे झकरकटी से एयरपोर्ट तक मेट्रो की मांग; आवागमन होगा आसान, जाम से भी मिलेगी मुक्ति...
कानपुर, अमृत विचार। आईआईटी से नौबस्ता और सीएसए विवि से बर्रा आठ तक मेट्रो के दो कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं, लेकिन शहर में दो कॉरिडोर से यातायात सुगमता का सपना साकार नहीं होगा। शहर में इनर रिंग रोड की तर्ज पर ही मेट्रो का जाल बिछाने की जरूरत है। फिलहाल शहरवासी उम्मीद लगा रहे हैं कि झकरकटी से चकेरी एयरपोर्ट तक मेट्रो को दौड़ाने की योजना अमल में आ सकती है। प्रदेश सरकार सोमवार को अपने बजट में इसकी घोषणा कर सकती है। यदि ऐसा हुआ तो चकेरी तक आवागमन आसान हो जाएगा।
अभी आईआईटी से मोतीझील तक मेट्रो दौड़ रही है। जल्द ही सेंट्रल स्टेशन तक इसके संचालन की तैयारी तेजी से की जा रही है। अब हर किसी की मांग है कि मेट्रो को एयरपोर्ट के नए टर्मिनल तक ले ले जाया जाए। तीन माह पहले इस संबंध में प्रस्ताव तैयार किए जाने को लेकर उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अधिकारियों के बीच बैठक भी हुई थी। इसमें प्राधिकरण ने मौखिक स्वीकृति प्रदान कर दी है।
ऐसे में अब मेट्रो कॉरपोरेशन को इस प्रोजेक्ट के लिए राज्य सरकार की हरी झंडी चाहिए। उम्मीद की जा रही है कि बजट में इसे हरी झंडी मिल जाएगी। दो माह पहले कानपुर में गतिशील शहरी यातायात सेवाओं को एकीकृत करने और मेट्रो की राईडरशिप में भविष्य की वृद्धि को ध्यान में रखते हुए अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई यूपीएमआरसी के अधिकारियों की बैठक में मेट्रो के विस्तार पर चर्चा भी हुई थी। मेट्रो को कानपुर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल तक चलाने के प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा भी हुई थी।
एक अधिकारी के मुताबिक एयरपोर्ट के नए टर्मिनल तक मेट्रो के विस्तारीकरण में टाट मिल से चकेरी तक छह स्टेशन बनाने पड़ेंगे। यह पूरा रूट जीटी रोड पर एलिवेटेड होने के कारण जल्दी तैयार भी हो जाएगा। इस दौरान सब-वे, स्काई वॉक-वे के साथ ही टिकट कियोस्क सहित अन्य सुविधाएं यात्रियों को देनी होंगी। इस प्रोजेक्ट के मंजूर होने से जो लोग रावतपुर, जरीब चौकी, अफीमकोठी, झकरकटी, टाटमिल, रामादेवी आदि जगहों पर जाम में फंसते हैं उन्हें मुक्ति मिल जाएगी।