कासगंज: अनदेखी पड़ रही भारी, सर्दी से तड़पकर 12 गोवंश की मौत

गंजडुंडवारा, अमृत विचार। गौशालाओं की हालत इतनी खराब है कि गायें तड़प-तड़प कर मर रही हैं। यही हाल रायो स्थित वृहद गोसंरक्षण केन्द्र का है। यहा गायों को सर्द मौसम से बचने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। अव्यवस्थाए होने के कारण तड़प तड़प तड़प कर 12 गोवंशों ने दम तोड़ दिया।
वैसे करोड़ों की लागत से बने गोसंरक्षण केन्द्र का उदघाटन विगत 9 दिसम्बर को सांसद राजवीर सिंह द्वारा किया गया था। लेकिन वर्तमान मे हालात यह है अव्यवस्थाओं के कारण एवं सर्द मौसम से बचाव के साधन न होने के कारण गोवंशो की स्थिति दयनीय है। गोशाला मे 540 गोवंश मौजूद हैं।
वैसे तो योगी सरकार गायों की सुरक्षा और देखरेख के लिए न जाने कितने ही अभियान चला रही है, लेकिन गौशाला में गायों की स्थिति दिन प्रतिदिन बदतर हो रही है। तभी तो रायो की गौशाला में अवस्था के चलते 12 गोवंश ने दम तोड़ दिया, हालांकि जब अमृत विचार की टीम ने अधिकारियों से संपर्क किया तो खलबली मच गई और फिर गौशाला की ओर अफसर दौड़ पड़े। गोवंश के लिए ये गोशालाएं मौतशाला बन गईं हैं।
ये सब ऐसी सरकारी कसाईखाना बन गईं हैं, जहां गाय भूख से, ठंड से, प्यास से तड़प-तड़प कर मर रहीं हैं, लेकिन इस बात की किसी को सुध नही है। गोशाला में गायों के मरने के बाद उन्हे बिना पोस्टमार्टम दफन कर दिया जाता है ताकि किसी को भनक न लगे।गौ संरक्षण केन्द्र में पशुओं की दशा इतनी दयनीय है कि देख कर ही तरस आता है।
अब तक तमाम मौत
गायों के लिए सर्द मौसम से बचने के कोई पुख्ता इंतजाम नही है। हालात यह है कि रोजाना पशुओं के मरने का सिलसिला जारी है।ग्रामीणों की मानें तो इसी गोशाला में अब तक करीब 45 गोवंश मौत के आगोश में समा चुके है।
पशुओं की दुर्दशा से बेखबर है प्रशासन
पशुओं की दुर्दशा से प्रशासन भी बेखबर है। पशुओं की इस दशा को जानने को जब अमृत विचार ने पड़ताल की तो पाया कि गोशाला की स्थिति बहुत खराब है आए दिन गोवंश मर रहे हैं। वैसे गोशाला मे इनकी देखरेख के लिए छह कर्मचारी तैनात है। जिनका वेतन भी अभी तक उन्हे नही मिला है। पूछताछ मे पता चला कि विगत एक माह मे लगभग 45 गोवंश मर चुके है। गोशाला मे जल निकासी की व्यवस्था उचित नही है।
इसके अलावा सफाई के लिए भी उचित संसाधन उपलब्ध नही है और न ही सर्दी से बचाव के लिए अलाव की उचित व्यवस्था है। गोशाला मे ट्रक आदि से पहुंच गोवंशो को उतारने के लिए भी प्रबंध नही है, जिससे उतारते समय गोवंश चोटिल हो जाते है। बताया गया कि तीन दिनों से गोवंशो के उपचार के लिए पशु चिकित्सको की कोई टीम गो संरक्षण केन्द्र नही पहुंची है।
मामले मे खंड विकास अधिकारी एवं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को भेजा गया है। सभी गायों का पोस्टमार्टम कराया जायेगा। वहीं मामले की जांच करा दोषियो के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी- सचिन यादव, सीडीओ
गोवंशो के मरने का मामला संज्ञान मे नही है पहले भी व्यवस्था को सही करने हेतु खण्ड विकास अधिकारी को कहा था।मामले की जांच करा दोषियो पर कार्यवाही की जायेगी।- प्रेम नरायन सिंह, एसडीएम, सहावर
बैंक मे खाता न खुलने के कारण प्रशासन द्वारा गोशाला को अभी कोई अनुदान नही मिला है।जो भी व्यवस्थाए है वह ठेकेदार व पंचायत स्तर से उपलब्ध कराई जा रही है।- राधाकृष्ण, ग्राम प्रधान, रायो
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