नानकमत्ता: गुस्साए ग्रामीणों ने बालक का शव थाने पर रखकर किया प्रदर्शन
नानकमत्ता, अमृत विचार। टुकड़ी गांव में बीते दिवस गुलदार ने 6 साल के बालक को हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने नानकमत्ता थाने के सामने शव रखकर वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर मृत के परिवार को तत्काल मुआवजा देने और गुलदार को पकड़ने की मांग की।
दक्षिणी जोला साल रेंज के समीप टुकड़ी गांव के मंगल सिंह का 6 साल का बेटा जसवंत परिवार वालों के साथ घर वापस आ रहा था। इस दौरान गन्ने के खेत में घात लगाकर बैठे गुलदार ने उस पर हमला कर दिया।
खेतों में काम कर रहे अन्य किसानों ने शोर मचाया तो गुलदार बालक को छोड़कर भाग गया। लेकिन तब तक बालक की मौत हो चुकी थी। मंगलवार को बालक का शव थाने पर रख ग्रामीण प्रभागीय वनाधिकारी तराई पूर्वी को मौके पर बुलाने पर अड़े रहे। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि आए दिन क्षेत्र में पालतू जानवरों और मानवों पर गुलदार के हमले होना आम बात हो गयी है। लेकिन विभाग के अधिकारी खामोश बैठे हैं।
उनका कहना था कि जब तक डीएफओ मौके पर आकर बात नहीं करेंगे, हम शव लेकर नहीं जाएंगे। धरने की सूचना पर पहुंचे दक्षिणी जौला साल के वन क्षेत्राधिकारी केआर टम्टा और पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने का काफी प्रेयास किया लेकिन ग्रामीण वह मानने को तैयार नहीं हुए। ग्रामीण जंगल से सटे खेतों में सोलर लाइट लगाने, फेन्सिंग तार लगाने तथा मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा देने की लिखित मांग पर अड़ गए।
वन क्षेत्राधिकारी केआर टम्टा ने डीएफओ से फोन पर वार्ता की। ग्रामीणों को आश्वासन का लिखित पत्र दे दिया। उसके बाद ही आक्रोशित किसान शव को लेकर संस्कार के लिए ले गए। इस मौके पर आलम सिंह, दर्शन सिंह कामरेड, सुरेन्द्र सिंह करनाबल, सुखविंदर सिंह मोमी, मृतक के पिता मंगल सिंह, दादा सतनाम सिंह, सन्ता सिंह आदि दर्जनों महिलाएं और ग्रामीण शामिल थे।
रेंजर ने मौका मुआयना कर रिपोर्ट अफसरों को भेजी
नानकमत्ता। तराई पूर्वी वन प्रभाग दक्षिण जौला साल रेंज के वन क्षेत्राधिकारी केआर टम्टा ने बताया कि घटना का मौका मुआयना कर रिपोर्ट विभाग के अधिकारियों को भेज दी है। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद वन विभाग के नियमों के अनुसार मुआवजा मृतक के परिवार वालों को मिलेगा। गुलदार प्रभावित क्षेत्र में वन विभाग की गश्त टीम लगा दी है। गुलदार को पकड़ने के लिए अधिकारियों से पिंजरा मांगा गया है। रेंजर ने ग्रामीणों से कहा है किसान छोटे बच्चों व महिलाओं को अकेले में ना जाने दें गांव के सभी नौजवान किसान भी एक साथ खेतों में रहे और हमारे विभाग भी सब का साथ देगा।