नैनीताल: पर्यटकों को ऑनलाइन मिलेगा चिड़ियाघर जाने का टिकट 

नैनीताल: पर्यटकों को ऑनलाइन मिलेगा चिड़ियाघर जाने का टिकट 

नैनीताल, अमृत विचार। देश भर से नैनीताल घूमने आने वाले पर्यटकों को नैनीताल उच्च स्थलीय चिड़ियाघर घूमने आ रहे पर्यटकों को अब टिकट के लिए लंबी लाइनों में खड़ा नहीं होना पढ़ेगा। चिड़ियाघर प्रबंधन पर्यटकों की सुविधा और उनके समय को बचाने के लिए ऑनलाइन टिकट की व्यवस्था करने जा रहा है।

जानकारी देते हुए नैनीताल वन प्रभाग के डीएफओ चन्द्रशेखर जोशी ने बताया टिकट को ऑनलाइन किए जाने की सभी तैयारी पूरी हो गई है। केवल चिड़ियाघर के पोर्टल को बैंक से जोड़ा जाना है। जिसके बाद चिड़ियाघर आने वाले पर्यटक ऑनलाइन टिकट खरीद सकेंगे।

जिससे पर्यटकों का समय बचेगा साथ ही कागज की भी बचत होगी। मालूम हो कि पंडित गोविन्द बल्लभ पंत उच्च स्थलीय प्राणी उद्यान में उच्च हिमालयी क्षेत्र में पाये जाने वाले वन्य जीव के साथ ही राज्य पक्षी मोनाल, रेड पांडा व हिमालयी भालू यहां भ्रमण करने वाले लाखों पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होते हैं। लेडी एमहेन्स फीजेंट, राजस्थानी व्हाइट मोर अन्य सुन्दर पक्षी इस चिड़ियाघर की शान माने जाते हैं। हर वर्ष लाखों की संख्या में देश-विदेश के सैलानी नैनीताल जू पहुंचते हैं। चिड़ियाघर पहुंच कर उन्हें लाइन में लगकर समय नष्ट करना पड़ता है। ऑनलाइन टिकट की व्यवस्था से पर्यटकों को सुविधा मिल जायेगी। 

200 से अधिक पशु व पक्षी सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र 
प्राणी उद्यान में वर्तमान में 200 जानवर व पक्षी सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं। जानवरों की बात की जाये तो लेपर्ड, हिमालयन काला भालू, रेड पांडा, मोनाल, लेडी एमहेन्स फिजेंट, सिलवर फिजेंट, गोल्डन फिजेंट,ब्लू शीप, सांभर, बारकिंग डीयर, राजस्थानी मोर, मारखोर, स्पोटटेड डीयर समेत लेपर्ड केट, चीर फिजेंट, कलिज फिजेंट, स्टेपल ईगल, लव बर्ड, ब्लेक काईट, घुरड़ आदि चिड़ियाघर में शोभायमान हैं। यहां कई पशु प्रजजन काल में हैं। आगे भविष्य में कुनबा और बढ़ जायेगा।