बरेली: हाथरस की बेटी के साथ हैवानियत पर आंखें नम, आरोपियों को फांसी दिलाने की मांग

बरेली: हाथरस की बेटी के साथ हैवानियत पर आंखें नम, आरोपियों को फांसी दिलाने की मांग

बरेली, अमृत विचार। हाथरस में मानवीयता को झकझोरने वाली घटना को अंजाम देने वाले हैवानों के खिलाफ आम जन, सामाजिक संगठनों के साथ ही राजनीतिक दलों में उबाल आ गया। हैवानों ने पहले दुष्कर्म किया, फिर जीभ काटी और बाद में रीढ़ की हड्डी भी तोड़ दी थी। हैवानियत झेलने वाली पीड़िता एक हफ्ते बेहोश …

बरेली, अमृत विचार। हाथरस में मानवीयता को झकझोरने वाली घटना को अंजाम देने वाले हैवानों के खिलाफ आम जन, सामाजिक संगठनों के साथ ही राजनीतिक दलों में उबाल आ गया। हैवानों ने पहले दुष्कर्म किया, फिर जीभ काटी और बाद में रीढ़ की हड्डी भी तोड़ दी थी। हैवानियत झेलने वाली पीड़िता एक हफ्ते बेहोश रहने के बाद आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई।

इसके बाद केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ विभिन्न राजनीतिक दलों ने जमकर प्रदर्शन किये। प्रदर्शनकारियों ने पीड़िता को न्याय दिलाने की केंद्र और प्रदेश सरकार से मांग की। जिले में तमाम स्थानों पर विरोध प्रदर्शन करने के साथ ही हाथरस की पीड़िता को श्रद्धांजलि दी गई। प्रदर्शन करने पहुंची महिलाओं की आंखें पीड़िता के साथ हुई हैवानियत से जहां नम थीं, वहीं, उनमें हैवानों के खिलाफ आक्रोश भी नजर आया।

सपा महिला सभा ने हैवानों को फांसी दिलाए जाने की मांग
हाथरस में बेटी के साथ दुष्कर्म व बर्बरता की सारी हदें पार करने वाली घटना के विरोध में समाजवादी पार्टी बरेली की महिला सभा की ओर से
गांधी उद्यान में कैंडल मार्च निकाला गया। सपा महिला सभा की जिलाध्यक्ष भारती चौहान के नेतृत्व हुए इस विरोध प्रदर्शन में पदाधिकारियों ने रोष जताते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते दरिंदों को फांसी के फंदे तक पहुंचाने और पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की। संगठन की पदाधिकारियों ने कहा कि योगी सरकार का महाझूठ को याद दिलाते हैं, जिसमें बेटियों के हितैषी व उनका सरकार द्वारा संरक्षण प्रदान करने का खोखला वादा किया गया था। प्रदेश सरकार के ही कई सांसद, विधायक बेटियों के साथ अत्याचार में लिप्त रहे, उनको भी सरकार द्वारा यथासंभव बचाने के प्रयास किए गए। बेटियों को सुरक्षा देने के मामले में यह सरकार हाथियों के दांत के समान है, जो कि खाने के और दिखाने के और हैं। हाथरस में बेटियों के साथ जो दानवों ने किया है, वह किसी समाज में अपेक्षित नहीं है। इस मौके पर मुख्य रूप से पूर्व राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग सदस्य, तबस्सुम खान, रेहाना बी, सीमा श्रीवास्तव, कमलेश रत्नाकर, रेनू वाल्मीकि, मीना, किरन, जैनब, रीना, ऊषा आदि मौजूद रहे ।

हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर सड़क पर उतरे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता
आम आदमी पार्टी ने सत्तारूढ़ उत्तर प्रदेश सरकार की बिगड़ती कानून व्यवस्था के मुद्दे और बलात्कारियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग करते हुए हाथों में पोस्टर बैनर लेकर सेटेलाइट चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया। आप जिलाध्यक्ष इंजीनियर जनक प्रसाद के नेतृत्व में निकाले गए जुलूस के दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता सतीपुर चौराहे से पैदल मार्च करते हुए सेटेलाइट बस अड्डा पर इकठ्ठे हुए। हाथों में बैनर पोस्टर लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद पार्टी की छात्र विंग के प्रदेश अध्यक्ष वंशराज दुबे ने विरोध प्रदर्शन के बारे में जानकारी दी। इस दौरान महानगर अध्यक्ष डा. सलीम अंसारी, जिला उपाध्यक्ष डा. पीपी सिंह यादव, महानगर सचिव सफदर हुसैन, कृष्णा भारद्वाज, यूथ विंग जिला अध्यक्ष अनंत सक्सेना, जिला मीडिया प्रभारी राजेश कुमार सिंह, फरीदपुर विधानसभा अध्यक्ष वाहिद हुसैन अंसारी, रीता बिलाटिया, सुमन कश्यप आदि उपस्थित रहे।

सम्यक दृष्टि महिला समिति ने कैंडल मार्च निकाला
सम्यक दृष्टि महिला समिति की ओर से हाथरस की गैंगरेप पीड़िता के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कैंडल मार्च निकाला गया, साथ ही दुष्कर्म पीड़िता को श्रद्धांजलि भी दी गई। संगठन के पदाधिकारियों ने प्रदेश सरकार से पीड़िता के परिवार के एक सदस्य को नौकरी और एक करोड़ रुपये मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है, साथ ही दोषियों को फांसी दिलाए जाने की मांग भी की गई। कैंडल मार्च में संगठन की अध्यक्ष जसविंदर कौर, एमपी सिंह, वेदप्रकाश वाल्मीकि, आरके राव, डा. गुरमीत राम, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के ललित कुमार, रिषीपाल वाल्मीकि, ताराचंद चौधरी, अजय प्रधान, गुरजीत, राजीव आदि शामिल रहे।

रोष रैली निकालकर आस संस्था ने बयां किया आक्रोश
सामाजिक संगठन आम औरत सेवा समिति ‘आस’ की ओर से हाथरस जिले में युवती के साथ हुए दुष्कर्म व हत्या के विरोध में एक रोष रैली निकाली गई। यह रैली कलेक्ट्रेट से चलकर चौकी चौराहा होते हुए गांधी पार्क पर समाप्त हुई। इस दौरान संस्था के सदस्यों ने नारे लगाकर हैवानियत को अंजाम देने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की। इसके साथ ही गांधी प्रतिमा के नीचे मोमबत्ती जलाकर पीड़िता को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान संस्था की अध्यक्ष समयुन खान, सचिव इसराफील राश्मी, राहिना अंजुम, डंपी लाल, सोहेल अहमद, मिंटू सिंह, नन्हे कनौजिया, तंजीम, नसीम जहां, अंजुम परवीन, सोनी कौर, संध्या, आस मोहम्मद, मीरा कौर, रुकसाना, नजर खान, पुष्पा, बंटी रजा, सोनी, आशी, नीतू, मनी आदि मौजूद रहे।