कानपुर: अयोध्या के लिए आवश्यक सामग्री की ट्रकों से रवानगी कल, अक्षत, चित्र व आमंत्रण पत्र देना शुरू
कानपुर, अमृत विचार। अयोध्या पहुंचने वालों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए विश्व हिंदू परिषद कानपुर प्रांत ट्रकों में आवश्यक सामग्री लेकर जाने वाले ट्रकों की से रवानगी शुरू हो जाएगी। बुधवार को पहला ट्रक सर्वोदय नगर से रवाना किया जाएगा। बाल्टी, मग, रबर की चप्पलें, तौलिया आदि अयोध्या भेजने का दायित्व विहिप कानपुर प्रांत उठा रहा है।
इसके अलावा नये राम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रास्ट की ओर से अक्षत (पूजित चावल), मंदिर का चित्र और उसमें अंकित विशेषताओं के साथ ही आमंत्रण पत्र दिया जाना शुरू हो गया है। यह जानकारी विहिप कानपुर प्रांत अध्यक्ष राजीव महाना ने अमृत विचार से अनौपचारिक बातचीत के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि तैयारी पूरी की जा चुकी है। अयोध्या भेजा जाने वाला सारा सामान उच्च गुणवत्ता का है। उन्होंने कानपुर प्रांत के अंतर्गत आने वाले जिलों में अयोध्या जाने का आमंत्रण देना शुरू हो गया है। आमंत्रित करने का सिलसिला 15 जनवरी तक चलेगा। कानपुर प्रांत के लोग 31 जनवरी को अयोध्या दर्शन को जाएंगे।
महाना ने बताया कि देश की आजादी का यह अमृतकाल है। इसलिए जरूरी है कि दुनिया भर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह मनाया जाए। दीपावली जैसा दृश्य उपस्थिति हो जाएगा। कह सकते हैं कि 2024 में दीपावली के दो पर्व मनाए जाएंगे। मंदिर कमें प्राण प्रतिष्ठा समारोह की प्रसन्नता हर व्यक्ति को है।
लोग घरों और निकट के मंदिरों में सजावट और राम भजन से पर्व की भांति इसे मनाएंगे। सभी रामभक्तों को 22 जनवरी (प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन) को बुलाना संभव नहीं है। इसीलिए विहिप की ओर से आह्वान किया गया है कि लोग घरों और निकट के मंदिरों में पूजा अर्चना और अनुष्ठान करें। महाना का कहना है कि 22 को परमपूज्य संतों द्वारा दिए गए विजय महामंत्र श्रीराम जय राम जय जय राम का जाप किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थलों और बड़े मंदिरों में जगह-जगह एलईडी स्क्रीन पर अयोध्या में होने वाले भव्य कार्यक्रम का सीधा प्रसारण लोग देख सकेंगे। प्रार्थना और आरती करें तथा प्रसाद बांटे। विहिप कानपुर प्रांत अध्यक्ष राजीव महाना ने बताया कि पांच नवंबर 2023 को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में पवित्र अक्षत (पूजित पीले चावल) कलश कानपुर प्रांत समेत विहिप की संगठन सरंचना के मुताबिक 45 प्रांतों में भेजा गया था।
वह और डॉ उमेश पालीवाल समेत विहिप व संघ पदाधिकारी अक्षत कलश लेकर कानपुर पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि इस कार्य में सक्रिय टीमों या किसी को भी किसी भी प्रकार का उपहार, दान व अन्य सामग्री लोग न दें। ये कार्यकर्ता कुछ भी नहीं स्वीकारेंगे।
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