Farrukhabad: अमृत विचार की खबर का हुआ असर, माघ मेले के पहले ही गंगा में गिरने से रोक दिया गंदा नाला
फर्रुखाबाद में अमृत विचार की खबर का असर हुआ।

फर्रुखाबाद में अमृत विचार की खबर का असर हुआ। माघ मेले के पहले ही गंगा में गिरने से रोक दिया।
फर्रुखाबाद, अमृत विचार। गंगा तट पांचाल घाट पर लगने वाले माघ मेले के लिए नालो का मोड़ना शुरू कर दिया गया है। इस संबंध में अमृत विचार ने गंगा में गिर रहे गंदे नाले पर कई खबरें प्रकाशित की थी। जिसका यहां बढ़ा असर देखने को मिला है। गंगा तट पांचाल घाट पर प्रति वर्ष माघ माह में अर्ध कुंभ की तरह एक माह का मेला लगता है। इस मेले में देशभर से संत महात्मा आकर कल्पवास करते हैं, और भागीरथी के तट पर बैठकर उनकी कल कल ध्वनि के साथ ध्यान लगाकर मानसिक शांति और आत्मिक आनंद की अनुभूति करते हैं।
इस बार यह मेला 25 जनवरी से लगने जा रहा है। जिसका समापन 25 फरवरी को किया जाएगा। मेले में प्रति वर्ष आने वाले संत महात्मा गंगा में गिर रहे नाले को लेकर आंदोलन करते थे। इस संबंध में अमृत विचार ने इस बार मेला लगने से एक माह पहले कई खबरें प्रमुखता से प्रकाशित की। जिनका बड़ा असर देखने को मिला है।
धीमरपुर के पास गिर रहे गंदे नाले को रोक दिया गया है। अन्य नालों की टेपिंग कर दी गई है। जिससे कल्पवासियों को आचमन के लिए शुद्ध गंगाजल मिल सके। इस संबंध पांचाल घाट पर रह रहे बच्चा स्वामी का कहना है कि वह हर साल जिला प्रशासन से आग्रह करते हैं कि इन नालों को हमेशा हमेशा के लिए बंद कर दिया जाए। केवल रामनगरिया के समय बंद करने से कोई लाभ नहीं मिलता।
उन्होंने कहा कि इस बार जिला प्रशासन पहले से सक्रिय हो गया है और नालों की टेपिंग शुरू कर दी गई है। वहीं दूसरी तरफ मेले में कल्पवासियों के ठहरने के लिए भूमि का समतलीकरण कर दिया गया है। गंगा तट पांचाल घाट पर फिर चहल कदमी बढ़ने लगी है। यहां कल्प वास करने आने वाले संत महात्मा और कल्पवासियों को कोई दिक्कत न हो इस वजह से जिला प्रशासन उनकी पूरी व्यवस्था करता है।
केवल गंदे नालों को लेकर हर साल संत महात्मा आंदोलन करते हैं। लेकिन इस बार पहले से ही नालों को बंद कर दिया गया है। कुछ नालों को अमलापुर के जंगल की तरफ मोड़ दिया गया है । शेष नालों की टेपिंग शुरू कर दी गई है। उन्होंने भरोसा जताया कि यहां आने वाले कल्पवासियों को अब गंगा के निर्मल व अविरल जल में स्नान करने का मौका मिलेगा ।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी रविंद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मेला रामनगरिया को देखते हुए गंगा तट पांचाल घाट पर गिरने वाले सभी नालों को टेप कर दिया गया है और कुछ नालों को दूसरी तरफ के लिए मोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस समस्या का स्थाई समाधान जून में हो जाएगा। यहां 261 लाख रुपए से संयंत्र लगाए गए हैं जो जून के महीने से चालू हो जाएगा। जिससे गंगा का जल हमेशा निर्मल ब अविरल बना रहेगा।
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