Chitrakoot: भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत बोले- देश को राजनीतिक सिस्टम नहीं बल्कि आंदोलन बचाएगा
चित्रकूट में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचें।
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चित्रकूट में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचें। जहां उन्होंने कहा कि देश को राजनीतिक सिस्टम नहीं बल्कि आंदोलन बचाएगा।
चित्रकूट, अमृत विचार। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि इस देश को पालीटिकल सिस्टम नहीं बचाएगा। देश को किसान, नौजवान, आंदोलनकारी ही बचाएगा। ये देश आंदोलन से ही बचेगा।
बांदा में होने वाले चित्रकूट और झांसी मंडल के किसानों की रैली में शामिल होने के लिए प्रयागराज से बांदा जाते समय सोमवार को पटेल चौक पर टिकैत का पदाधिकारियों ने स्वागत किया। इस दौरान किसान नेता ने सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। बाद में कृषि विभाग के सभागार में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने सरकारी नीतियों की जमकर आलोचना की।
उन्होंने कहा कि बड़ी तेजी से बुंदेलखंड में किसानों की जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है। कम रेट में किसानों की जमीन ली जा रही है। 2012 से सर्किल रेट नहीं बढ़ाए गए। सस्ते में फसलें खरीदी जा रही हैं। दिल्ली में आंदोलन के बाद भी एमएसपी पर कानून नहीं बना। उन्होंने कहा कि किसान को सब्जी-अनाज सबका सही दाम मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा प्रदेश में हिमांचल प्रदेश की तर्ज पर फारेन टूरिज्म पालिसी लागू की जा रही है। इससे पर्यटक तो बहुत आएगा पर स्थानीय लोगों को इसका फायदा नहीं मिलेगा। बड़े होटल बनाकर दिल्ली आदि बड़े शहरों के लोग इसका फायदा लेंगे। जिस देश का राजा चाहता हो कि देश की जनता गरीब हो, तो भला कैसे होगा। इस देश का राजा चाहता है कि किसानों के पास जमीन न रहे।
अन्ना प्रथा की वजह से किसान खेती से विमुख होगा तो वह जमीन बेचने पर मजबूर होगा। उन्होंने किसान सम्मान निधि योजना पर भी तंज कसा। कहा कि सरकार जब सम्मान निधि देती तो ऐसे बताती है जैसे डालर में दे रही है और जब किसान अपनी फसल कम रेट में बेचता है तो भी तो उतना ही लाभ होता है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष रूप से कटाक्ष किया। कहा कि जिस देश का राजा ज्योतिषी हो जाए, उसका क्या होगा। चुनाव होने से पहले ही सीट जीतने की घोषणा कर दी जाती है। जब बेईमान ज्योतिषी हो जाएगा तो राज्य कैसे चलेगा। इसका मतलब है कि कोई न कोई तो गड़बड़ है।
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