हल्द्वानी: सावधान! मौत का समय शाम 6 से रात 9 बजे तक...

पवन नेगी, हल्द्वानी, अमृत विचार। नैनीताल जिले में हो रही सड़क दुर्घटनाओं को लेकर सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में मंथन में हुआ। अब जारी की गई रिपोर्ट में सामने आया कि ज्यादा दुर्घटनाओं का समय शाम 6 से रात 9 बजे के बीच में है। इस दौरान लोगों को संभलकर सड़क पर चलने की जरूरत है। दुर्घटनाओं में जानलेवा हादसे भी हुए हैं।
सड़क सुरक्षा समिति की पिछली बैठक अगस्त में संपन्न हुई। बैठक में परिवहन विभाग, लोनिवि, पुलिस विभाग समेत अन्य लोगों ने प्रतिभाग किया। बैठक में रिपोर्ट जारी कर बताया गया कि नैनीताल जिले में साल 2022 में 161 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं जिसमें 72 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
साल 2023 में अगस्त तक 140 दुर्घटनाएं हुई हैं जिसमें 78 लोगों की जान गई है। उल्लेखनीय है कि ये आंकड़ा अगस्त तक का है। अगर घटगढ़, छीड़ाखान, कोटाबाग हादसों को भी जोड़ दें तो मृतकों और हादसों की संख्या कहीं ज्यादा है। अनुमान के तहत नैनीताल जिले में इस साल अभी तक सड़क दुर्घटनाओं में मौतों का आंकड़ा 100 से ज्यादा है। बैठक में ये भी सामने आया कि सबसे अधिक दुर्घटनाएं शाम 6 से रात 9 बजे के बीच हुई हैं।
अगस्त माह में जिले में रात 6 से 9 के बीच 7 दुर्घटनाओं में 5 लोगों की मौत हुई है जबकि 3 लोग घायल हुए हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो सुबह 6 से 9 बजे के बीच दुर्घटनाएं काफी कम हुई हैं। छीड़ाखान हादसा को छोड़ दें इस साल सुबह के समय हादसों का ग्राफ कम ही रहा है। इसके अलावा रात 9 बजे से 12 बजे तक 3 दुर्घटनाएं हुई हैं जिसमें 1 व्यक्ति की मौत और 2 घायल हुए हैं। इस तरह अगस्त माह में कुल 15 दुर्घटनाएं हुई हैं। जिसमें 10 लोगों की मौत और 7 लोग घायल हुए हैं।
जिले में घटित सड़क दुर्घटनाओं का माह अगस्त का समयवार विवरण
समय दुर्घटना मृतक घायल
प्रात: 6-9 बजे --- --- ---
प्रात: 9-12 बजे 1 --- ---
दोपहर 12-3 बजे 1 1 ---
अपराह्न 3-6 बजे 1 1 ---
सायं 6-9 बजे 7 5 3
रात 9-12 बजे 3 1 2
रात 12-3 बजे --- -- --
प्रात: 3-6 बजे --- -- --
योग 15 10 7
शाम के समय बढ़ जाता है यातायात
शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक सड़कों पर यातायात का दबाव काफी बढ़ जाता है। खासतौर से सप्ताहांत के समय सड़क पर ट्रैफिक बढ़ जाने से यातायात को संभालना मुश्किल हो जाता है। माना जा रहा है कि इस वजह से भी सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रहीं हैं।
सड़क सुरक्षा से जुड़े काम लगातार किए जा रहे हैं। दुर्घटनाओं वाली जगहों की पड़ताल भी की जाती है। शाम के समय प्रवर्तन टीमों की कार्रवाई को और बढ़ाया जाएगा।
-नंद किशोर, आरटीओ प्रवर्तन, हल्द्वानी