रुद्रपुर: साढ़े 11 साल बाद फिर लगा व्यापार मंडल के चुनाव पर ग्रहण

रुद्रपुर: साढ़े 11 साल बाद फिर लगा व्यापार मंडल के चुनाव पर ग्रहण

मनोज आर्या, अमृत विचार रुद्रपुर। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला स्तरीय और शहर चुनाव संचालन समिति के पदाधिकारियों के बीच आपसी सामंजस्य व तनातनी के बीच आखिरकार साढ़े 11 साल बाद होने वाले व्यापार मंडल के चुनाव में एक बार फिर ग्रहण लग गया है। आपसी गतिरोध के कारण चुनाव संचालन समिति ने चुनाव को कुछ समय के लिए स्थगित करने का ऐलान कर दिया है। इससे व्यापारियों में नाराजगी देखने को मिली है। वहीं व्यापारियों ने जिला एवं चुनाव संचालन समिति पर सवालिया निशान लगाने शुरू कर दिये हैं।

बताते चलें कि ऊधमसिंह नगर का सबसे बड़ा प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल का चुनाव रुद्रपुर व्यापार मंडल का माना जाता है। यहां पर तीन साल बाद चुनाव कराना अनिवार्य भी होता है। मगर साढ़े 11 साल बाद चुनाव नहीं होने के कारण व्यापारियों का गुस्सा भांपते हुए प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष ने 25 जुलाई को रुद्रपुर चुनाव की घोषणा की थी। जिस पर जिला कार्यकारिणी के आदेश पर 25 अगस्त को मुख्य चुनाव अधिकारी के साथ चुनाव संचालन समिति का गठन हो गया था। उस वक्त चुनाव संचालन समिति ने पुरानी नीति के आधार पर चुनाव कराने और एक सितंबर से तीस सितंबर तक सदस्यता अभियान चलाने की घोषणा की थी।

मगर त्यौहार पड़ने के बाद चुनाव समिति ने यह कहकर मतदान की तिथि घोषित नहीं की कि अभी सदस्यता अभियान पूर्ण नहीं हुआ है। उधर व्यापार मंडल चुनाव की घोषणा होते हुए अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष पद के दावेदारों ने व्यापारियों को रिझाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी और छह माह तक कड़े परिश्रम के बाद अचानक आपसी गतिरोध के कारण चुनाव संचालन समिति ने बुधवार की देर शाम को आदेश पत्र जारी कर दिया और व्यापार मंडल के चुनाव को कुछ समय तक के लिए स्थगित करने का निर्णय लिया। इससे व्यापारियों में नाराजगी देखने को मिली।

पुरानी नीति से चुनाव कराने को लेकर बना गतिरोध

रुद्रपुर। रुद्रपुर व्यापार मंडल के चुनाव की घोषणा होते हुए यह तय हुआ था कि व्यापार मंडल का चुनाव पुरानी नीति व इलाके के हिसाब से होगा। कुछ माह तक ठीक ठाक चलता रहा। मगर अचानक बुधवार की शाम को जिला कार्यकारिणी और चुनाव संचालन समिति में इस बात को लेकर गतिरोध पैदा हो गया कि पुरानी नीति के तहत ट्रांजिट कैंप का व्यापारी मतदान नहीं कर सकता है। जबरन उसे शामिल नहीं किया जाए। वहीं जिला कार्यकारिणी का मत था कि ट्रांजिट कैंप के व्यापारियों को भी चुनाव में मतदान करने का अधिकार हो। बताया यह भी जा रहा है कि ट्रांजिट कैंप के लघु व्यापार मंडल ने पत्र लिखकर प्रांतीय अध्यक्ष से अपना व्यापार मंडल बनाने का आग्रह किया था। बावजूद दोनों के बीच गतिरोध होने के कारण चुनाव को स्थगित का कारण माना जा रहा है।

2600 से बढ़कर चार हजार हो सकते हैं मतदाता

रुद्रपुर। साढ़े 11 पहले रुद्रपुर प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के चुनाव में 2600 मतदाताओं के द्वारा मताधिकार का प्रयोग किया गया था। मगर वर्तमान में चुनाव संचालन समिति और जिला कार्यकारिणी योजनाबद्ध तरीके से सदस्यता अभियान चलाकर चुनाव करवाते तो इस बार चार हजार के लगभग व्यापारी अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते थे, लेकिन गतिरोध के कारण अभी सदस्यता अभियान का कार्य पूरा भी नहीं हुआ था। इससे पहले ही चुनाव पर ग्रहण लग गया।

सदस्यता अभियान पूर्ण हो चुका है,लेकिन कुछ कारणों के चलते चुनाव को फिलहाल कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया है। कुछ मुद्दों पर विचार विमर्श करने के बाद जल्द ही मतदान की तिथि घोषित की जाएंगा। इसके लिए नये वोटर मतदान के मान्य किए जाएं सहित कुछ मुददे है। जिनको जिला कार्यकारिणी और चुनाव संचालन समिति आपस में बैठ कर हल निकालेगी और नये सिरे से दोबारा चुनाव प्रक्रिया शुरू की जाएंगा।  दुकानदारों की भावनाओं का ख्याल रखा जाएगा।

-सुरमुख सिंह विर्क, मुख्य चुनाव अधिकारी

चुनाव संचालन समिति के कुछ मुद्दे थे। जिस पर जिला कार्यकारिणी में कुछ असमंजस हो गया। एक बार फिर दोनों के बीच बैठक कर जल्द गतिरोध पर मंथन किया जाएगा और चुनाव को किस प्रकार निष्पक्ष और निर्विवाद बनाना है उस पर विचार कर निर्णय लिया जाएगा। जल्द ही नये सिरे से चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ कर चुनाव को संपन्न कराया जाएगा। इसमें थोड़ा समय लग सकता है। मगर चुनाव को टाला नहीं जा सकता है।

-राजकुमार भुड्डी, जिलाध्यक्ष प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल

पिछले 11 साल बाद होने वाले व्यापार मंडल चुनाव को लेकर जितना इंतजार मतदाताओं को था। उससे ज्यादा दावेदार में उत्सुकता थी। पिछले छह माह से अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष के दावेदार मेहनत कर रहे हैं। ऐसे में अचानक चुनाव स्थगित करने का फैसला गलत है। दुकानदारों और दावेदारों की भावना का ध्यान रखते हुए चुनाव को समय पर पूर्ण करना चाहिए।

-संजय जुनेजा, महानगर अध्यक्ष