बरेली: कोविड काल में फंसा गुंडा एक्ट, 200 अपराधियों की फाइलें लंबित

बरेली: कोविड काल में फंसा गुंडा एक्ट, 200 अपराधियों की फाइलें लंबित

बरेली,अमृत विचार। कोविड काल में गुंडा एक्ट भी फंस गया है। 200 अपराधियों के खिलाफ गुंडा एक्ट लगाने की संस्तुति करने वाली फाइलें अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) कार्यालय में लंबित पड़ी हैं। कोविड के कार्यों में उलझने की वजह से कोर्ट नहीं लग पा रही है। इस वजह से गुंडा एक्ट की फाइलों पर सुनवाई …

बरेली,अमृत विचार। कोविड काल में गुंडा एक्ट भी फंस गया है। 200 अपराधियों के खिलाफ गुंडा एक्ट लगाने की संस्तुति करने वाली फाइलें अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) कार्यालय में लंबित पड़ी हैं। कोविड के कार्यों में उलझने की वजह से कोर्ट नहीं लग पा रही है। इस वजह से गुंडा एक्ट की फाइलों पर सुनवाई नहीं हो रही।

सालभर में अपर जिला मजिस्ट्रेट प्रशासन की कोर्ट से एक भी अपराधी पर गुंडा एक्ट नहीं लगाया गया है। वहीं, कई आरोपियों ने गुंडा एक्ट की संस्तुति के खिलाफ हाईकोर्ट इलाहाबाद का दरवाजा खटखटाकर प्रशासन की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। हाईकोर्ट में होने वाली सुनवाई में अपना जवाब दाखिल करने के लिए पिछले दो दिनों से प्रशासन काउंटर फाइल तैयार करा रहा है। इसमें जिला शासकीय अधिवक्ता की भी मदद ली जा रही है।

प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि मौजूदा अधिकारी गुंडा एक्ट की फाइलों में दर्ज त्रुटियों की वजह से सुनवाई में ढील डाले हुए हैं। पुलिस थानों की ओर से अपराधियों के विरुद्ध जो संस्तुति रिपोर्ट भेजी गई हैं, वह गुंडा एक्ट के नियमों पर खरी नहीं उतर रही है। कई आरोपियों के खिलाफ छेड़छाड़ समेत अन्य मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज है और उनके खिलाफ गुंडा एक्ट लगाने की संस्तुति कर दी गई है।

सूत्र यहां तक बताते हैं कि फाइलें कलेक्ट्रेट भेजने के बाद पुलिस ने सुध नहीं ली। मामलों में पैरवी करने के लिए कभी कोई पुलिसकर्मी या दरोगा कलेक्ट्रेट नहीं पहुंचा। मामलों की सुनवाई के संबंध में अपर जिला मजिस्ट्रेट प्रशासन वीके सिंह से बात करने का प्रयास किया लेकिन संपर्क नहीं हो सका।