बरेली: मदरसा शिक्षकों का छलका दर्द, बोले-छह साल से नहीं मिला मानदेय, डिप्टी कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
कहा-सीएम तक पहुंचाएं बात

बरेली, अमृत विचार : छह साल से मानदेय नहीं मिलने की वजह से मदरसों में पढ़ाने वाले शिक्षक परेशान हैं। सोमवार को मदरसा टीचर्स यूनियन इंडिया के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर उदित पवार को ज्ञापन सौंपकर दर्द बयां किया। शिक्षकों ने बताया कि छह साल से मदरसा आधुनिकीकरण योजना के तहत कार्यरत शिक्षकों को मानदेय नहीं मिला है।
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इससे शिक्षकों की आर्थिक स्थिति खराब है। कई बार समस्या अफसरों को बताई जा चुकी है मगर कोई सुनने वाला नहीं है। बोले कि, कहते-कहते थक चुका हूं। अब बस मौत बची है। एक शिक्षक ने कहा कि घर से 22 किलोमीटर पढ़ाने के लिए जाता हूं। रोजाना 100 रुपये का पेट्रोल खर्च होत है। कैसे जीवन चला रहा हूं, कह नहीं सकता।
शिक्षकों ने कहा कि उनकी बात सीएम तक पहुंचा दी जाए, ताकि मदरसा शिक्षकों की सुनवाई हो सके। डिप्टी कलेक्टर ने मामले को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है। इस मौके मो. कासिम, शरफुद्दीन, रहीश अहमद, आरिफ, निसार अहमद आदि मौजूद रहे।
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