प्रयागराज: पीड़ित परिवार को तलाश रहा सरकारी अमला, लगाई गई टीम, मामला जानेंगे तो भर आएंगे आंखों में आंसू...
प्रयागराज। झूंसी में एक महिला की इलाज के अभाव में शुक्रवार को मौत होने के बाद पति और पिता एक चादर में शव रखकर बांस के सहारे कंधे पर लेकर पैदल ही जा रहे थे। यह स्थिति देख स्थानीय लोगों ने चंदा जुटाकर दाह संस्कार कराया। इस खबर को अमृत विचार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसके बाद जिलाधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित परिवार को तलाश करने का निर्देश दिया है।
मालूम हो कि झूंसी में मुशहरा समाज की एक महिला की मौत बिना इलाज हो मौत हो गयी थी। जिस खबर को अमृत विचार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने पीड़ित परिवार को राहत पहुंचाने की कवायद शुरू कर दी है। पूरा सरकारी अमला उस पीड़ित परिवार की ग्लैश कर रहा है। हलांकि परिजन अभी नही मिले है।
प्रशासन और पुलिस की टीम का दावा है कि उन्होंने कई जगह तलाश की लेकिन परिजनों का पता नहीं चला। डीएम नवनीत सिंह चहल ने जांच का आदेश देने के साथ पीड़ित परिवार को आवास समेत अन्य योजनाओं का लाभ दिए जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने इसके लिए सीएमओ, नगर आयुक्त, एडीएम को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए।
फूलपुर के नायब तहसीलदार धनंजय यादव की अगुवाई में टीम ने नीबी, बजहां समेत कई गांवों में पूछताछ की, लेकिन पीड़ित परिवार नहीं मिला। पुलिस ने भी जगह-जगह छानबीन की लेकिन परिवार नहीं मिला। टीम का कहना था कि लोगों से पूछताछ में पता चला कि परिवार संभवत: वाराणसी का है। उनकी तलाश की जा रही है।
एडीएम अजीत जायसवाल ने कहा कि परिवार को पता लगाया जा रहा है। वहीं सीएमओ के निर्देश पर कोटवां बनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डाॅ.मनीष मौर्य की अगुवाई में टीम ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। सीएमओ डॉ.आशू पांडेय का कहना है कि यह परिवार घुमंतू समूह का है। इनके पास कोई पहचान पत्र नहीं है। पहले इनका पहचान पत्र बनवाना होगा। इसके बाद आयुष्मान कार्ड समेत अन्य योजनाओं का लाभ मिल पाएगा।
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