मुरादाबाद : किराये का घर खंगाला, अलीगढ़ जाकर टीम करेगी संपत्ति की जांच...जानिए पूरा मामला

अलीगढ़ के रहने वाले घूसखोर इंस्पेक्टर वली मोहम्मद ने मुरादाबाद पुलिस की साख पर लगाया बट्टा

मुरादाबाद : किराये का घर खंगाला, अलीगढ़ जाकर टीम करेगी संपत्ति की जांच...जानिए पूरा मामला

रिश्वत लेने के आरोपी इंस्पेक्टर को पकड़ कर ले जाती एंटी करप्शन ब्यूरो बरेली की टीम।

निर्मल पांडेय, अमृत विचार। पीड़ित से रिश्वत लेने के मामले में क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर वली मोहम्मद ने पुलिसिया साख पर बट्टा लगा दिया। वली मोहम्मद मझोला क्षेत्र के सूर्या नगर में किराए के भवन में रहते हैं। गिरफ्तारी के बाद एंटी करप्शन टीम के अधिकारियों ने इनके किराए के घर में जाकर काफी देर तक जांच पड़ताल की। सभी कमरों में अलमारी व अन्य सामान की तलाशी ली। टीम की इस कार्रवाई से मुहल्ले में भी हलचल रही। मकान मालिक व अन्य लोग भी डरे-सहमे दिखे। 

एंटी करप्शन ब्यूरो के डिप्टी एसपी श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि इंस्पेक्टर वली मोहम्मद की पुलिस विभाग में नियुक्ति, तैनाती और पदोन्नति आदि का विवरण जुटाया जा रहा है। इंस्पेक्टर के किराए वाले घर में तलाशी लिए जाने के सवाल पर डिप्टी एसपी ने कहा कि घूस लेते गिरफ्तार किए गए कार्मिक की चल-अचल संपत्ति जांचने का नियम है, उसी क्रम में उसके किराए वाले घर की तलाशी ली गई है। 

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार इंस्पेक्टर मूलत: अलीगढ़ जिले के थाना-कस्बा गोधा का रहने वाला है। डिप्टी एसपी ने बताया कि अब सर्च वारंट लेकर इसके मूल निवास पर भी टीम भेजकर इसकी चल-अचल संपत्ति की जांच कराएंगे। जांचा जाएगा कि रिश्वतखोर इंस्पेक्टर ने अवैध रूप से अर्जित धन से कितनी संपत्ति बनाई है। आय से अधिक संपत्ति मिलने पर इसके विरुद्ध एक और मामला दर्ज कराया जाएगा। अवैध रूप से अर्जित चल-अचल संपत्ति के जब्तीकरण की भी कार्रवाई की जाएगी।

उधर, प्रतिसार निरीक्षक रकम सिंह ने बताया कि क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर वली अहमद एक सप्ताह से लाइन हाजिर चल रहे थे। इंस्पेक्टर वली अहमद ने पुलिस विभाग की बदनामी करा दी है। यही बात सिविल लाइंस थानाध्यक्ष राम प्रसाद शर्मा ने भी दोहराई। कहा, अभी तक इस जिले में किसी पुलिस अधिकारी को घूसखोरी में पकड़े जाने की खबर नहीं सुनी थी। 

घूसखोर पहले भी विभाग को कर चुके शर्मसार

  • वर्ष 2023 : मुरादाबाद में गन्ना पर्यवेक्षक जगदीश सिंह, कानूनगो धर्मवीर सिंह, लेखपाल अंकित कुमार, कार्यालय सहायक बिजली विभाग शरद भटनागर, अमरोहा जिले के अवर अभियंता बिजली अखिलेश सिंह, संभल जिले के दरोगा धर्मेंद्र सिंह व अमीन संग्रह सत्यवीर सिंह।
  • वर्ष 2022 : मुरादाबाद में जीआरपी दरोगा चंद्रपाल, जेई बिजली विभाग पंकज कुमार शर्मा, एडीओ पंचायत कुलदीप सिंह व ग्राम पंचायत अधिकारी संजीव कुमार, सीओ चकबंदी कार्यालय के लिपिक यशवंत सिंह और संभल जिले के कानूनगो शिव दयाल, दरोगा दीपक कुमार, कांस्टेबल आनंद प्रकाश, रामपुर के लेखपाल अजयपाल।
  • वर्ष 2021 : रामपुर जिले के सीओ सिटी विद्या किशोर व दरोगा शोकेंद्र एवं लेखपाल दिवाकर सिंह राणा।
  • वर्ष 2020 : संभल में दारोगा चरण सिंह व अनोखे लाल गंगवार, मुरादाबाद में जेई जल निगम अश्वनी कुमार, लेखपाल नेमपाल व अमरोहा में लेखपाल योगेश कुमार।


जीरो टॉलरेंस नीति दूर लालच में भूले पद-प्रतिष्ठा
सरकार भले ही अपने अधीनस्थों के बीच जीरो टॉलरेंस नीति की बात करती हो लेकिन, बिजली विभाग, राजस्व, आरटीओ-एआरटीओ आदि कार्यालयों में भ्रष्टाचार सिर चढ़कर प्रभावी है। बिना सुविधा शुल्क के कार्य करा पाना आसान नहीं है। ये बात भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन) के अधिकारी भी स्वीकारते हैं। मुरादाबाद इकाई में प्रभारी निरीक्षक पद से सेवानिवृत्त हो चुके विजय कुमार सिंह भी कहते हैं भ्रष्टाचार के विरुद्ध एंटी करप्शन ब्यूरो काम कर रहा है। उन्होंने कहा, धीरे-धीरे मानव प्रवृत्ति बन गई है कि बिना पैसा काम नहीं होता है, पैसा दो काम करा लो। सेवानिवृत्त प्रभारी निरीक्षक कहते भी हैं कि बिजली, राजस्व, आरटीओ-एआरटीओ (परिवहन विभाग) कार्यालय देख लो, यहां करप्शन सार्वजनिक है।

हत्याभियुक्तों की गिरफ्तारी को पीड़ित से मांगी थी रिश्वत 
पीड़ित विजेंद्र सिंह संभल के रहने वाले हैं। इनका आरोप है कि प्रधान ने उनके पिता की 28 मई 2022 के दिन हत्या कर दी थी। इसमें वीडियो के आधार पर चार अभियुक्त प्रकाश में आए थे। इनमें दो अभियुक्त डेढ़-दो महीने पहले जेल भेजे गए हैं, जबकि शेष दो आरोपियों की गिरफ्तारी के संबंध में विवेचक इंस्पेक्टर वली मोहम्मद उनसे घूस मांग रहे थे। घूस के पैसों के संबंध में विवेचक फोन पर बात न कर पुलिस लाइन में आकर मिलने को कह रहे थे, जिस पर वह मंगलवार को पुलिस लाइन में आए भी थे और फिर एंटी करप्शन ब्यूरो में विवेचक की शिकायत की थी। विजेंद्र ने बताया, उनकी मांग पर तत्कालीन डीआईजी ने संभल के रजपुरा थाने से विवेचना क्राइम ब्रांच मुरादाबाद को स्थानांतरित की थी। ये विवेचना छह जून 2022 से इंस्पेक्टर वली मोहम्मद कर रहे थे।

नौ दिन पहले ही दबोचे गए थे श्रम प्रवर्तन अधिकारी
क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर के दबोचे जाने के नौ दिन पहले ही विजिलेंस बरेली की टीम ने 26 सितंबर को श्रम प्रवर्तन अधिकारी सुभाष भारती को पेट्रोल पंप मालिक से 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।

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