बरेली: 21 महीने के कार्यकाल में जिला नहीं भर सका विकास की रफ्तार

आईजीआरएस की रैंकिंग में बॉटम टेन में जिला आया

बरेली: 21 महीने के कार्यकाल में जिला नहीं भर सका विकास की रफ्तार

फाइल फोटो

बरेली, अमृत विचार। आईएएस शिवाकान्त द्विवेदी का बरेली डीएम रहने का कार्यकाल करीब 21 महीने रहा। जनवरी, 2022 में विधानसभा चुनाव के नामांकन के दौरान चुनाव आयोग ने एक शिकायत पर मानवेंद्र सिंह को हटाकर उन्हें डीएम बनाया था। इसके बाद भी जिला विकास की रफ्तार नहीं भर सका। मंडलीय तीन सौ बेड अस्पताल पूरी तरह से सुचारू नहीं हो सका। सिर्फ ओपीडी तक ही सीमित रहा। अटल सेतु से बदायूं रोड के पुल को दो साल से अधिक समय के बाद भी ज्वाइंट नहीं किया जा सका।

लालफाटक ओवरब्रिज चालू हो गया पर लाइटें लगवाने के लिए महीनों तक मामला फंसा रहा। बाजार में निर्माणाधीन कुतुबखाना पुल की सही मॉनीटरिंग नहीं होने से निर्माण कार्य इतना लंबा खिंच गया कि हजारों व्यापारियों को अगले साल तक दिक्कतें झेलनी पड़ेंगी। सेटेलाइट से एयरपोर्ट तक पीलीभीत बाईपास रोड की हालत जर्जर है, लेकिन जिलाधिकारी के स्तर से शासन में इस प्रोजेक्ट के लिए ठोस पहल नहीं की गई। इस वजह से यह प्रोजेक्ट लटका हुआ है।

हजारों करोड़ का निवेश करने वाले निवेशकों की उलझनें कम नहीं हुईं। जिला उद्योग बंधु की बैठकें सिर्फ खानापूरी में सिमटी रहीं। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में दर्जनों निवेशकों को कहीं जमीन न मिलने तो कहीं सड़क मानक से कम चौड़ी हाेने से दिक्कत झेलनी पड़ रही हैं। सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा में जिला कई परियोजनाओं में पिछ़ड़ा रहा।

जिलाधिकारी जिले का नाम टॉप टेन में शामिल कराने में असफल रहे। खराब प्रदर्शन होने की वजह से बरेली बॉटम टेन में आया। जन सुनवाई समाधान प्रणाली (आईजीआरएस-हेल्पलाइन) की रैंकिंग गिरी थी। 15 सितंबर को मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने बरेली समेत अन्य जिलों के डीएम को चिट्ठी लिखकर कहा था कि मुख्यमंत्री ने बरेली समेत अन्य जिलों के जिलाधिकारी के खराब प्रदर्शन पर असंतोष जताया है।

खराब प्रदर्शन की स्थिति में सुधार के निर्देश दिए गए थे। वहीं, दो माह के सावन में आंवला, शेरगढ़, नवाबगंज के साथ शहरी क्षेत्र में जोगीनवादा में कांवड़ निकालने के मामले में पुलिस प्रशासन के मिस मैनेजमेंट की वजह से डेढ़ महीने तक हजारों लोगों को साम्प्रदायिक तनाव की वजह से कड़ी निगरानी में रहना पड़ा। दो बार बवाल भी हुआ। डीएम की मौजूदगी में पुलिस ने कांवड़ियों पर ही लाठीचार्ज कर दिया था। इसमें एसएसपी रहे आईपीएस प्रभाकर चौधरी को शासन ने हटा दिया था। आईएएस शिवाकान्त द्विवेदी का सीमित लोगों से बातचीत का दायरा रहा।

झांसी के डीएम रविंद्र कुमार बने बरेली के डीएम
झांसी के डीएम रविंद्र कुमार को बरेली का डीएम बनाया है। इस संबंध में शुक्रवार देर रात शासन ने आदेश जारी किया। रविंद्र कुमार 2011 बैच के आईएएस अफसर हैं। मूल रूप से रांची, बिहार निवासी रवींद्र कुमार की छवि तेज तर्रार आईएएस अफसरों में गिनी जाती है। एक दो दिन में उनके पदभार ग्रहण करने की चर्चा है।

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