बरेली: वर्दी पहनने वाले अतीक-अशरफ के गुर्गों के चेहरों से हट सकता है नकाब, जानिए मामला
अतीक-अशरफ की मौत के बाद जीवित पकड़ा जाने वाला सद्दाम एकमात्र उनका सबसे करीबी

फोटो- आरोपी सद्दाम पुलिस गिरफ्त में।
बरेली, अमृत विचार। सद्दाम के तौर पर एसटीएफ के हाथ ऐसा शख्स है जो माफिया अतीक और अशरफ के तमाम राज उगल सकता है। वर्दी पहनने वाले अतीक-अशरफ के मददगारों के चेहरों से भी नकाब हटा सकता है जो लगातार उनके संपर्क में थे। हालांकि यह पुलिस पर ही निर्भर करेगा कि वह सद्दाम से किस सीमा तक राज उगलवाने की कोशिश करेगी।
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उमेश पाल की हत्या के बाद तेजी से घटे घटनाक्रम में माफिया अतीक अहमद, उसका भाई अशरफ और उमेश पाल की हत्या में सीधे तौर पर शामिल रहा अतीक का बेटा असद मारे जा चुके हैं। अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन का अब तक कोई पता नहीं लगा है। लिहाजा अतीक और अशरफ के सबसे करीबी लोगों में सद्दाम ही है जो जीवित पुलिस के हाथ चढ़ा है।
मारे जाने से पहले कई सालों से जेल में बंद अतीक और अशरफ के सभी काम कराने का जरिया सद्दाम ही था, लिहाजा उम्मीद की जा रही है कि पुलिस उससे अब ऐसे कई सवालों के जवाब उगलवाने की कोशिश करेगी जो अब तक उसकी जानकारी में नहीं हैं। इनमें सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि जेल और पुलिस महकमे के अलावा सियासत में ऐसे कौन-कौन लोग हैं जो अतीक और अशरफ की मदद करते थे।
बता दें कि बरेली की खुशबू एन्क्लेव कॉलोनी में रहकर जेल में बंद अपने बहनोई अशरफ की सुख-सुविधाओं का इंतजाम करने के साथ उसकी योजनाओं का क्रियान्वयन करने वाला सद्दाम मार्च में उमेश पाल की हत्या के बाद फरार हुआ था। जेल में अशरफ की गुर्गों से अवैध मुलाकातें कराने के मामले में उसके खिलाफ थाना बिथरी चैनपुर में धोखाधड़ी और जालसाजी समेत कई संगीन आरोपों में केस दर्ज किया गया था। एडीजी के उसकी गिरफ्तारी के लिए एक लाख रुपये का इनाम घोषित करने के बाद उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई शुरू की गई थी। हाल ही में पुलिस ने प्रयागराज में उसके मकान पर नोटिस चस्पा किया था।
दुबई की फोटो वायरल करके दिया धोखा रहता रहा कर्नाटक, मुंबई और दिल्ली में
सद्दाम ने हाल ही में अपनी दुबई की एक फोटो वायरल कराई थी ताकि उसके पीछे पड़ी पुलिस भ्रमित हो जाए। कुछ समय के लिए पुलिस और एसटीएफ ने भी मान लिया था कि वह दुबई भाग गया है। कुछ समय बाद उसके नेपाल में होने की सूचना फैली। लेकिन दिल्ली में गिरफ्तारी के बाद उसने बताया कि वह बरेली से फरार होने के बाद कर्नाटक, मुंबई और दिल्ली समेत देश में अलग-अलग स्थानों पर रहता रहा। दुबई नहीं गया था।
अब गुड्डू बमबाज की तलाश
थाना बिथरी चैनपुर में दर्ज केस में नामजद गुड्डू मुस्लिम उर्फ गुड्डू बमबाज अब भी फरार है। उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो चुका है। गुड्डू बमबाज एसटीएफ का पुराना मुखबिर है जो श्रीप्रकाश शुक्ला जैसे माफिया का भी एनकाउंटर करा चुका है। यह भी सवाल उठ रहा है कि एसटीएफ उसे खुद गिरफ्तार नहीं करना चाहती या वह उसकी पकड़ में नहीं आ रहा है।
लल्ला गद्दी के साथ मिलकर जमीनों पर करता था कब्जा
सद्दाम ने एसटीएफ को बताया कि अशरफ को बरेली जेल में शिफ्ट करने के बाद उसेन बरेली के खुशबू एन्क्लेव में किराए का मकान लेकर अपना अड्डा बना लिया था। यहीं से वह जेल में अशरफ की जरूरत की चीजें जेलकर्मियों की मदद से अंदर पहुंचाता था। बरेली में उसने जमीनों की खरीद-फरोख्त और कब्जा करना भी शुरू कर दिया था। अशरफ ने अपने पैसों के लेनदेन की भी जिम्मेदारी उसे दे रखी थी। लल्ला गद्दी, नाजिश, सय्यद साहब, फुरकान समेत कई और लोगों के साथ मिलकर वह विवादित जमीनों पर कब्जा करता था। उस पर सात आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
एक लाख के इनामी सद्दाम को एसटीएफ ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। उसे बिथरी चैनपुर पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है। वह अब तक दिल्ली, मुंबई समेत कई शहरों में जगह बदल-बदलकर रह रहा था--- अब्दुल कादिर, सीओ एसटीएफ बरेली।
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