Bareilly: एथेनॉल फैक्ट्री के डीजीएम की दबंगई, दो कर्मियों को बंधक बनाकर पीटा

बरेली/विशारतगंज, अमृत विचार: बिशारतगंज थाना क्षेत्र के इस्माइलपुर गांव के समीप स्थित एथेनॉल फैक्ट्री में सोमवार को फरमेंटर टैंक में हुए ब्लास्ट के बाद लगी आग में तीन मजदूरों के झुलसने की घटना के बाद मंगलवार को फरमेंटर टैंक के दो ऑपरेटरों को फैक्ट्री के डीजीएम ने अन्य कर्मचारी के साथ मिलकर बंधक बनाकर जमकर पिटाई की। पुलिस ने दोनों ऑपरेटरों को बंधन मुक्त कराया। पीड़ितों की तहरीर पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं घटना को गंभीरता से लेते हुए अग्निशमन विभाग ने फैक्ट्री के ट्रायल पर रोक लगा दी है।
सोमवार को इस्माइलपुर गांव के समीप बनी एसएनजे बायो प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड की एथेनॉल फैक्ट्री में टायल किया जा रहा था। इस दौरान अचानक फरमेंटर टैंक में तेज धमाके के बाद आग लग गई। तीन मजदूर गंभीर रूप से झुलस गए। फरमेंटर टैंक उड़कर करीब तीन सौ मीटर दूर जाकर गिरा। टुकड़े लगने से खेत में काम कर रहा किसान घायल हो गया। मंगलवार को फैक्ट्री के डीजीएम शिव कुमार ने फरमेंटर ऑपरेटर इस्माइलपुर गांव के निवासी विकास यादव और अनुज को बुलवाया और लापरवाही का आरोप लगाकर मारपीट की।
डीजीएम का कहना था कि दाेनों को घटना के समय प्लांट पर होना चाहिए था। इसके बाद दोनों को बंधक भी बना लिया। उनके साथियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दोनों ऑपरेटरों को बंधन मुक्त कराया। इस घटना से गुस्साये दोनों कर्मचारियों के साथी फैक्ट्री गेट पर धरने पर बैठ गए। ऑपरेटर विकास यादव ने पुलिस को तहरीर दी जिस पर पुलिस जांच कर रही है।
विकास ने बताया कि वह आठ मई से फैक्ट्री में फरमेंटर ऑपरेटर के रूप में काम कर रहा है। सोमवार को जिस समय हादसा हुआ उस समय उसकी शिफ्ट नहीं थी और वह अपने कमरे पर था। सूचना पर फैक्ट्री पहुंच गया और आग बुझाने में मदद की। इसके बाद उसने नाइट ड्यूटी की थी। मंगलवार को उसके ही गांव के फैक्ट्री में कर्मचारी श्याम बाबू ने उसे और अनुज को बुलाया।
डीजीएम ने अन्य के साथ मिलकर दोनों की पिटाई की। श्याम बाबू ने उसके हाथ से वॉकी टॉकी छीन लिया और कॉलर पड़कर पटक दिया। इसके बाद मारना पीटना शुरू कर दिया और बॉयलर वाले रूम में बंद कर दिया। उसके साथी अनुज को दूसरी जगह बंद किया गया था। प्रभारी निरीक्षक सतीश कुमार ने बताया कि ऑपरेटर विकास यादव की तहरीर मिली है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
एथेनॉल फैक्ट्री के ट्रायल पर लगाई रोक
एथेनॉल फैक्ट्री के फरमेंटर टैंक में विस्फोट की घटना को लेकर कोई भी अधिकारी- कर्मचारी कागजात लेकर बयान दर्ज कराने अग्निशमन विभाग नहीं पहुंचा। इस पर अग्निशमन विभाग ने फैक्ट्री के ट्रायल पर रोक लगा दी। सीएफओ चंद्रमोहन शर्मा ने बताया कि फैक्ट्री की तरफ से कोई भी कागजात के साथ अपना बयान दर्ज कराने नहीं पहुंचा है।
फैक्ट्री ट्रायल पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है। बयान दर्ज करने और जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। बताया कि एसएनजे फैक्ट्री के फरमेंटर टैंक में ब्लास्ट होने के कारण बराबर में टैंक से लीकेज होकर निकल रहे एथेनॉल में भी आग लगी थी। काफी मशक्कत से आग बुझाई जा सकी।
उप आबकारी आयुक्त टीम के साथ पहुंचे
एथेनॉल फैक्ट्री में धमाके की जांच के लिए उप आबकारी आयुक्त शैलेंद्र सिंह टीम के साथ पहुंचे। उन्होंने लाइसेंस से लेकर अन्य कागजात को देखते हुए जांच की। उन्होंने बताया कि सहायक आबकारी आयुक्त हेमंत चौधरी की मौजूदगी में फैक्ट्री में ट्रायल हो रहा था। टेक्निकल फाल्ट की वजह से फरमेंटर टैंक में धमाका हुआ। हालाकि, कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। फैक्ट्री के पास आबकारी का दो साल का लाइसेंस है। जो 2026 में समाप्त होगा। उसके बाद कागजात की कार्रवाई पूरी कर आगे के लिए बढ़ा दी जाएगी।
जीएम बोले मैं छुट्टी पर, एसएसपीएल कंपनी का दोष
फैक्ट्री के जीएम मुकेश सक्सेना ने बताया कि वह बुधवार तक अवकाश पर हैं। प्लांट अभी ट्रायल पर चल रहा है। जो एसएसपीएल कंपनी के जरिए बनावाया जा रहा है। लगभग दो महीने में हैंडओवर होना था। घटना की वजह से अब कुछ समय आगे बढ़ जाएगा। इस समय कोई दुर्घटना होती है तो सब जिम्मेदारी एसएसपीएल कंपनी की होगी। मंगलवार को हुई मारपीट पर बोले कि आपस में ही मारपीट हुई है।
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