मुरादाबाद: ई-रिक्शा में बैठकर स्कूल पहुंचीं मंत्री गुलाब देवी, 300 मीटर पैदल भी चलीं

मुरादाबाद: ई-रिक्शा में बैठकर स्कूल पहुंचीं मंत्री गुलाब देवी, 300 मीटर पैदल भी चलीं

मुरादाबाद, अमृत विचार। प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी महानगर के शिशु वाटिका इंटर कॉलेज में कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ई-रिक्शा से कुछ दूर का रास्ता तय करने के बाद 300 मीटर पैदल भी चलीं। इससे आयोजक और अधिकारी हतप्रभ रहे। आयोजन में शामिल होने के लिए रेलवे के नियम तोड़ते हुए शिक्षाधिकारी रेलवे ट्रैक पार कर हांफते हुए पहुंचे।

बुधवार को चंदौसी से कार से माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी शिशु वाटिका इंटर कालेज में अंतर विद्यालयीय इंटरेक्ट क्लब वाद-विवाद प्रतियोगिता में शामिल होने महानगर पहुंचीं। लेकिन, प्रभात मार्केट से उन्हें गोविंदनगर में रेलवे लाइन पार कर तंग गलियों में जाना था। जहां उनकी कार नहीं पहुंच सकती थी। इसके बाद प्रभात मार्केट पर उतरकर रेलवे लाइन के ऊपर बने फुटओवर ब्रिज को पार करने के लिए उन्हें ई-रिक्शा में बैठना पड़ा। यही नहीं वह 300 मीटर पैदल भी चलीं।

वहीं दूसरी ओर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने रेलवे नियमों की धज्जियां उड़ाई। संयुक्त शिक्षा निदेशक मनोज द्विवेदी, डीआईओएस डॉ. अरुण कुमार दुबे, स्कूल प्रबंधक अनुज अग्रवाल व अन्य शिक्षक और कर्मचारियों ने पैदल रेलवे ट्रैक पार किया।

शिक्षा मंत्री के ई-रिक्शा में बैठने का मामला चर्चा में रहा। उनके ई रिक्शा में बैठने पर सभी को घबराहट थी कि ओवर ब्रिज पर ई-रिक्शा से किसी तरह की कोई दुर्घटना न घट जाए। इसके अलावा शिक्षा मंत्री के साथ अन्य लोगों ने दूसरी ई रिक्शा में बैठकर ओवर ब्रिज पार किया।

तंग रास्तों के चलते ई-रिक्शा में बैठने को मजबूर हुईं मंत्री
महानगर के तंग रास्तों ने बुधवार को प्रदेश की शिक्षामंत्री गुलाब देवी को ई-रिक्शा में बैठने को मजबूर कर दिया। रास्ते में गलियां तंग होने और दो किलोमीटर लंबा चक्कर काटने के बजाय उन्होंने गोविंद नगर जाने के लिए प्रभात मार्केट से फुट ओवरब्रिज पार कर शार्टकट रास्ते को अधिकारियों के बताने पर चुना।

क्योंकि प्रभात मार्केट से संभल रोड होते हुए गोविंद नगर आने वाला रास्ता दो किलोमीटर से अधिक लंबा है। हर रोज शार्टकट लेकर हजारों लोग इसी प्रकार आवाजाही करते हैं। एफओबी बनने के पहले गोविंदनगर रेलवे लाइन पार 100 से अधिक लोग ट्रेन की चपेट में आकर जीवन खो चुके हैं।

दर्जनों दिव्यांग हो गए। अभी भी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। वहीं कार्यक्रम समाप्ति के बाद भी शिक्षा मंत्री गुलाब देवी को वापस उसी रास्ते से ले जाया गया। इस बार भी ओवर ब्रिज पर पहले से दो ई-रिक्शा तैयार रखे गए थे।

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