बरेली: जी -20 सम्मेलन से उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्रों के बाजार और निवेश के अवसर बढ़ेंगे

बरेली, अमृत विचार। जी-20 सम्मेलन से आटोमोबाइल, मोबाइल फोन और नवीनीकरणीय ऊर्जा जैसे उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्रों के लिए बाजार एवं निवेश के अवसरों में वृद्धि होगी। इससे देश की अर्थव्यवस्था पर काफी प्रभाव पडे़गा। इस सम्मेलन से खाद्य सुरक्षा एवं पोषण के उच्च स्तरीय सिद्धांतों में सुधार के अवसर बढ़ेंगे और जलवायु अनुकूल कृषि के बुनियादी ढांचे के निर्माण में भी सहायता मिलेगी।
ये बातें डॉ. सौरभ गुप्त ने गुरुवार देर रात सिविल लाइंस के एक होटल में सेंट्रल यूपी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से आयोजित जी 20 सम्मेलन का भारत की अर्थ व्यवस्था पर प्रभाव विषय पर सेमिनार में कहीं।
मुख्य वक्ता ने कहा कि कोयले द्वारा बिजली उत्पादन को चरणबद्ध तरीके से कम करने के प्रयासों में भी तेजी आएगी। संस्था के अध्यक्ष अध्यक्ष अभिनव अग्रवाल ने दिल्ली में हुई जी 20 सम्मेलन को अति महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इससे भारत की अर्थ व्यवस्था को एक नया आयाम मिलेगा। विशेष अतिथि उपायुक्त उद्योग सर्वेश्वर शुक्ला ने सभी सदस्यों को नई औद्योगिक नीति के बारे में विस्तार से बताया। औद्योगिक विकास में पूर्ण सहयोग देने का वादा किया। डाॅ. मोहम्मद दानिश चिश्ती मंसूर कटियार ने भी विचार रखे। सचिव अल्पित अग्रवाल ने कार्यकारिणी सभा में संस्था की शीघ्र प्रकाशित होने वाली निर्देशिका के विषय में चर्चा की और सुझाव दिए।
ये लोग रहे मौजूद
सेमिनार में बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति डॉ. केशव कुमार अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष सुरेश सुन्दरानी, किशोर कटरू, दिनेश गोयल, रवि प्रकाश अग्रवाल, एसके सिंह, विमल रेवाडी, विनोद ग्रोवर सुनीत मुना, मुनीश मित्तल, पुनीत सक्सेना, राजीव सिंघल, राहुल अग्रवाल, क्षितिज अग्रवाल, पवन मित्तल, विवेक अग्रवाल, राज गोयल, सीए क्षितिज टंडन, शरद अग्रवाल, रजत महरोत्रा आदि मौजूद रहे।
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