बरेली: गांव से बदतर स्मार्ट सिटी का हाल, न पानी न चलने को सड़क

बरेली, अमृत विचार। सीवर लाइन बिछने के बाद स्मार्ट सिटी में रह रहे लोगों को गंदे पानी से निजात मिलेगी। यह गर्भ में छुपी बात है लेकिन आठ महीने से सीवर लाइन की खुदाई से शहर के बीचोंबीच जो स्थिति बनी है, वह गांव के हालात से भी खराब है। शहर की प्रमुख सड़क खुदी …
बरेली, अमृत विचार। सीवर लाइन बिछने के बाद स्मार्ट सिटी में रह रहे लोगों को गंदे पानी से निजात मिलेगी। यह गर्भ में छुपी बात है लेकिन आठ महीने से सीवर लाइन की खुदाई से शहर के बीचोंबीच जो स्थिति बनी है, वह गांव के हालात से भी खराब है। शहर की प्रमुख सड़क खुदी पड़ी हैं। खुदाई अभी जारी है।
सड़क टूटी ईंटों के टुकड़े व पत्थरों से बिछी है। इससे साइकिल सवार और आम लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो गया है। श्यामगंज चौराहे से कालीबाड़ी क्षेत्र में काली मंदिर तक कई स्थानों पर पोकलैंड मशीन से गहरे-गहरे गड्ढे खोदने के दौरान पेयजल लाइन ही कट गई। जो आज भी प्रभावित है।
इसकी वजह से 30 दिन से कालीबाड़ी क्षेत्र के लोग पेयजल के संकट से जूझ रहे हैं। कोविड काल में न कोई आमजन की दिक्कत सुनने वाला और न ही ऊबड़-खाबड़ सड़क से निजात दिलाने वाला सामने आ रहा है। शहर को संवारने वाले नगर निगम के अफसर व जनप्रतिनिधियों को भी आमजन की दिक्कत से कोई सरोकार नहीं दिख रहा है।
दो साल से स्मार्ट सिटी का तमगा लिए बरेली शहर का हाल अब गांव से भी बदतर दिख रहा है। न लोगों के लिए पेयजल मिल रहा है और न सड़कें चलने के लायक बची हैं। गलियों से होकर गुजरने भी उन्हें फजीहत झेलनी पड़ रही है। मालियों की पुलिया से श्यामगंज पुलिस चौकी होते हुए पटेल चौक तक 10 से अधिक स्थानों पर खुदाई होने से सड़क पर अब धूल के गुबार भी उड़ रहे हैं।
सड़क पर वन-वे ट्रैफिक, दुर्घटना होने की संभावना बढ़ी
श्यामगंज चौराहे से लेकर पटेल चौक तक सड़क पर वन-वे ट्रैफिक चल रहा है। इसकी वजह से दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। क्योंकि सड़क पर ईंटों के टुकड़े और पत्थरों ने चलना मुश्किल कर दिया है। धीमी गति में भी दोपहिया वाहन फिसल रहे हैं। इससे चालक के चोटिल होने के साथ अगल-बगल में चल रहे लोगों की जान भी संकट में पड़ रही है।
कालीबाड़ी में पेयजल लाइन जोड़ी, पानी नहीं पहुंचा
सीवर लाइन की खुदाई से सबसे ज्यादा कालीबाड़ी के लोग प्रभावित हुए हैं। यहां कई स्थानों पर पेयजल लाइन कटी है। एक दो स्थानों पर अभी जुड़ी भी नहीं है। काली मंदिर के पास शुक्रवार को जल निगम ने पेयजल लाइन जोड़ी लेकिन शनिवार दोपहर तक पानी नहीं आया। दोपहर में जब अमृत विचार के संवाददाता ने मंदिर के आसपास लोगों से पानी आने के बाबत जानकारी ली। लोगों में नगर निगम के प्रति आक्रोश दिखा। कहने लगे, गरीबों की कौन सुन रहा। जो टैंकर भेज रहे हैं, क्या इसका पानी पीने लायक है। इसे कोई नहीं देख रहा है।
टैक्सी स्टैंड के पास धंसी सड़क से गुजर रहा ट्रैफिक
पटेल चौक से पहले टैक्सी स्टैंड के पास सीवर की खुदाई हो रही है। नगर निगम कार्यालय की तरफ साइड में गड्डा खोदा जा रहा है। ज्यादा गहरा होने की वजह से सड़क धंसने लगी है। डिवाइडर के नीचे जेसीबी का पंजा लगने से जगह खोखली हो गई है। इसके बावजूद धंसी सड़क पर ट्रैफिक दौड़ रहा है। यह लापरवाही कई स्थानों पर हो चुकी है। इससे हादसा होने की आशंका बनी रहती है।