लखीमपुर-खीरी: रक्षाबंधन पर मानदेय न मिलने से भड़के रसोइयों ने किया धरना प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
संगठन ने विभागीय अधिकारियों पर लगाया लापरवाही का आरोप
फोटो- अतिरिक्त एसडीएम को ज्ञापन सौंपती रसोइया।
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। परिषदीय विद्यालयों में भोजन पकाकर बच्चों को परोसने वाले रसोइयों को इस बार रक्षाबंधन पर मानदेय का भुगतान नहीं दिया गया, जिससे उनका त्योहार फीका रहा। इससे भड़के रसोइयों ने शुक्रवार को संयुक्त रसोइयां मोर्चा की अगुवाई में धरना प्रदर्शन किया। आर्थिक तंगी से जूझ रहे रसोइयों को अविलंब मानदेय भुगतान देने की मांग बुलंद की। इसके बाद कलेक्ट्रेट जाकर अतिरिक्त एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है।
विलोबी मेमोरियल हाल में संयुक्त रसोइयां मोर्चा के महामंत्री कैलाश कुमार कश्यप के नेतृत्व में जिले भर से आए रसोइयों ने आठ सूत्री मांगों के लिए धरना प्रदर्शन किया। महामंत्री कैलाश कुमार ने कहा कि दो हजार रूपये में जीविका चलाने को मजबूर रसोइयों को विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से रक्षाबंधन पर भी पांच माह का बकाया मानदेय नहीं दिया गया।
इससे रसोइयों के बच्चों का त्योहार फींका रहा। उन्होंने कहा कि तीन अगस्त 2023 को प्राथमिक विद्यालय पटना ब्लॉक नकहा में मिड डे मील बनाते समय आग में गंभीर रूप से झुलसी रसोइया रामदुलारी के इलाज व भरण पोषण के लिए पांच लाख रूपये दिए जाए।
इसके अलावा आग की घटनाओं को रोकने के लिए सभी रसोइयों को प्रशिक्षण देने, गोंडा, कुशीनगर व सुल्तानपुर में रसोइया चयन संबंधी निकाले विज्ञापन को निरस्त करने, हटाए गए रसोइयों को पुनः कार्य पर वापस लेने की मांग उठाई गई। जिलाध्यक्ष उषा गुप्ता ने कहा कि पाल्य की शर्त हटाई जाए।
कार्यदिवस में रसोइया की दुर्घटना में मौत होने की दशा में 50 लाख रूपये मुआवजा देने की मांग रखी। महामंत्री संगीता मौर्या ने प्रत्येक माह की सात तारीख तक मानदेय भुगतान देने की मांग उठाई। इस धरने में उपाध्यक्ष रानी देवी, भारती, तेज नरायन, नीलम, संतोष कुमारी, सावित्री, लक्ष्मी, रोशनी, सुशीला आदि मौजूद रहीं।
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