खटीमा: धान की फसल में 500 रुपए का बोनस देने की मांग मुखर
किसान यूनियन ने एसडीएम के माध्यम से आठ सूत्रीय ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा

पेपर मिलों के गंदे पानी को खेतों में छोड़ने से हो रहे नुकसान के समाधान की मांग
खटीमा, अमृत विचार। भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में हुई बैठक में किसानों ने समस्याओं को लेकर विचार-विमर्श किया। बैठक के बाद उन्होंने उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर धान की फसल पर 500 रुपए का बोनस देने समेत आठ सूत्रीय मांगों के निस्तारण की मांग उठाई है।
शनिवार को मंडी गेस्ट हाउस में भाकियू जिला अध्यक्ष गुरसेवक सिंह की अध्यक्षता में किसानों की बैठक हुई। इस दौरान किसानों ने अपनी समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। बैठक के बाद जिलाध्यक्ष सिंह के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी रवींद्र सिंह बिष्ट को सौंपा गया।
जिसमें 12 वर्षों से काबिज भूमि के पट्टेदार एवं काबिज किसानों को चाहे वह किसी भी वर्ग की भूमि हो उसका भूमिधरी का अधिकार देने, ग्राम चंदेली में जो किसान 50 साल से पक्के मकान बना रह रहे हैं, उनको भूमिधरी अधिकार, विभिन्न ग्रामों में बिछाई जा रही पेयजल लाइनों से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत करवाने की मांग की उठाई।
इसके अलावा पेपर मिलों द्वारा गंदा पानी खेतों में छोड़ने से फसलों को हो रहे नुकसान का समाधान, खकरा नाले की सफाई कराने, बाजपुर के 20 गांवों की लगभग 5838 एकड़ भूमि का भूमिदारी अधिकार किसानों को देने, परवीन नदी से कई गांव की फसल को नुकसान हो रहा है जिसका उचित समाधान करने व धान की फसल पर 500 रूपए का बोनस देने की मांग उठाई।
इस दौरान वरिष्ठ समाज सेवी जसविंदर सिंह बाजवा, वरिष्ठ समाज सेवी हरप्रीत सिंह महर, भाकियू ब्लाक अध्यक्ष अवतार सिंह, सुखपाल सिंह, जरनैल सिंह, देवेंद्र सिंह, प्रितपाल सिंह, दलजीत सिंह, हीरा सिंह संधू, गुरप्रीत सिंह, गुरपाल सिंह, जनक सिंह, बलदेव सिंह, गुरविंदर सिंह आदि किसान उपस्थित रहे।