लखीमपुर खीरी: खेत में काम कर रहे बुजुर्ग पर झपटा बाघ...वन विभाग से खफा ग्रामीणों का हंगामा

बिलहरी, अमृत विचार। दक्षिण खीरी वन प्रभाग की महेशपुर रेंज क्षेत्र के गांव मूड़ा जवाहर में शनिवार दोपहर को अपने अन्य दो भाईयों के साथ गन्ना जोताई करने गये एक वृद्ध पर बाघ ने हमला कर गंभीर घायल कर दिया। आनन फानन में परिजनों और ग्रामीणों ने घायल को एंबुलेंस की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोला पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे लखीमपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
हैदराबाद थाना क्षेत्र के गांव मूड़ा जवाहर निवासी मुन्नालाल (63) पुत्र गेंदनलाल अपने छोटे भाई किशोरीलाल, स्वामी दयाल के साथ शनिवार की सुबह नौ बजे गांव के पश्चिम सरायन नदी के निकट गन्ने के खेत की जोताई कर रहे थे। दोपहर 12.30 बजे झाड़ियों में छिपे बाघ ने अचानक उन पर हमला कर दिया। इस बीच मुन्नालाल के भाइयों ने शोर मचाया। शोर सुनकर तमाम ग्रामीण मौके पर पहुंच गए, जिन्होंने साहस दिखाते हुए बाघ को वहां से खदेड़ा। इसके बाद घायल को तुरंत एंबुलेंस से गोला सीएचसी भेजा गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरां ने हालत गंभीर भांपकर मुन्नालाल को जिला अस्पताल रेफर कर दिया है। ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि गांव में गश्त बढ़ाई जाए और बाघ को जल्द से जल्द पकड़कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न दोहराई जाएं।
वन विभाग से खफा ग्रामीणों ने लगाया जाम
बाघ के हमले की सूचना देने पर भी दो घंटे बाद तक जब कोई वनकर्मी नहीं पहुंचा, तो गुस्साए ग्रामीणों ने गोला, सिकंद्राबाद रोड पर जाम लगा दिया। जिससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। जाम की सूचना पर मोहम्मदी सीओ अरुण कुमार, गोला इंस्पेक्टर चंद्रशेखर सिंह, हैदराबाद एसओ प्रवीर गौतम दलबल के साथ मौके पर पहुंचे, जिन्होंने गुस्साए ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि आए दिन बाघ के हमले की घटनाए हो रही हैं लेकिन वन अधिकारी कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं।
घायल के पौत्र और ग्रामीणों को हैदराबाद थाना प्रभारी प्रवीर गौतम ने बल प्रयोग कर धक्का मुक्की कर जाम लगा रहे लोगों को घसीटकर अपनी गाड़ी मे बिठाने लगे। इतने में ग्रामीण उग्र होकर भड़क गये इस पुलिस और ग्रामीणो में जमकर झडप हुई। सीओ मोहम्मदी अरुण कुमार के समझाने बुझाने पर ग्रामीण शांत हुए। घटना की सूचना पाकर तहसीलदार सुखवीर सिंह ने ग्रामीण को समझाया और हर संभव मदद करने को कहा। उन्होंने आश्वासन दिया कि घायल हुए वृद्ध का समुचित इलाज कराया जायेगा। ग्रामीणों का कहना है कि बाघ कई दिनों से गांव के आसपास घूम रहा है, बावजूद इसके वन विभाग द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
वन क्षेत्राधिकारी महेशपुर रेंज निर्भय प्रताप शाही ने बताया कि घायल को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया है। वन विभाग की टीम उसकी स्थिति की जानकारी के लिए भेजी गई है, जबकि अन्य कर्मचारी घटनास्थल पर निगरानी कर रहे हैं। बाघ की गतिविधियों पर विभाग लगातार नजर बनाए हुए है।