रायबरेली : चार शातिर चोर गिरफ्तार, कार, जेवर, नकदी समेत चोरी का सामान बरामद
अमृत विचार, रायबरेली । सलोन कोतवाली पुलिस ने अलग-अलग क्षेत्रों की दुकानों में चोरी करने वाले गिरोह के चार शातिरों को गिरफ्तार कर उनके पास से एक इनोवा कार, सोने चांदी आभूषण, गैस सिलेंडर, नकदी समेत बड़ी मात्रा में चोरी का समान बरामद किया गया है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों सलोन क्षेत्र में हुई चोरी की वारदातों ने पुलिस की नाक में दम कर रखा था। गुरुवार को कोतवाली सलोन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कोतवाल नारायण कुशवाहा ने बताया कि विगत कई दिनों से अलग-अलग क्षेत्रों में चोरों के गिरोह ने चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कि गई थीं। गुरुवार की सुबह मोहनगंज किठावा गांव इनोवा कार में चोरी की योजना बनाते समय चार अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
कोतवाल ने बताया कि कड़ाई से पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने अपना नाम मनोज कुमार सरोज उर्फ नान, सूरज सरोज निवासीगण परानुपुर हथिगवां, अभिषेक सरोज निवासी फूलमती बिसेया थाना हथिगवां जनपद प्रतापगढ़, पंकज रावत निवासी बरौना सुशांत गोल्फ सिटी थाना लखनऊ बताया है। अभियुक्तों द्वारा ग्राम सभा धराई, पीढियां, औटहिया, लहुरेपुर समेत अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में हुई चोरी की वारदात को कबूला है। इनके पास से चोरी की 14 जोड़ी पायल, चार जोड़ी बिछिया, दो जोड़ी सोने की चैन, चार जोड़ी सोने की कील, दो सोने की अंगूठी, सोने का टप्स, दस लीटर पिपरमेंट का तेल, एक गैस सिलेंडर, 28 हजार 800 रुपये नकद और इनोवा कार बरामद हुआ है।
कोतवाल ने बताया की अभियुक्तों के विरुद्ध थाना डीह, शिवगढ़ और सलोन थाने में आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मुकदमे पंजीकृत हैं।
फर्जी मीडिया आईडी का करते थे उपयोग
गिरफ्तार किए गए शातिर अपराधी अपराध को छिपाने के लिए मीडिया का सहारा लेते थे। गुरुवार को पकड़े गए चोरों के गिरोह ने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि पुलिस से बचने के लिए फर्जी मीडिया आईकार्ड दिखाते थे। यही नहीं बाकायदा इनोवा गाड़ी में एसपी मीडिया प्रेस लिखाकर पुलिस से रौब गांठते थे। अभियुक्त मनोज ने बताया की प्रेस बताने से बार्डर क्रॉस करने में उन्हें काफी मदद मिलती थी। इसलिए फर्जी आईकार्ड के सहारे प्रतापगढ़, रायबरेली, लखनऊ समेत अन्य जनपदों में घटनाओं को अंजाम देते थे।
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