शादी की पत्रिका मिलान के साथ देखें ब्लड रिपोर्ट : डॉ. ए. के. द्विवेदी

अमृत विचार, लखनऊ । हमारा देश युवाओं का देश है इसलिए अब वक्त आ गया है कि युवा सिकल सेल एनीमिया के प्रति जागरूक हों और इसके जन जागरण के लिए काम करें। शादी के लिए पत्रिका मिलाने के साथ-साथ होने वाले होने वाले जीवनसाथी की ब्लड रिपोर्ट भी देखें जिससे सिकल सेल एनीमिया के वाहक को रोका जा सके। यह जानकारी गुरुवार को केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद के साइंटिफिक एडवाइजरी बोर्ड के सदस्य वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. ए. के. द्विवेदी ने दी।
उन्होंने बताया कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की नवीनतम तकनीकों और इलाज प्रक्रिया के बावजूद भी कुछ वर्ष पहले तक काफी लोग यह नहीं जानते ही नहीं थे कि सिकल सेल एनीमिया होता क्या है ? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब इस विषय पर जन जागरण का आह्वान किया तो सम्पूर्ण देश में जागरूकता शुरू हुई। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगु भाई पटेल भी सिकल सेल एनीमिया के उन्मूलन को लेकर काफी सक्रिय रहते हैं। इस बीमारी को बढ़ने से रोकने के लिए आवश्यक है कि इसे शीघ्र पहचानें, सजगता के साथ सही समय पर इलाज शुरू करें और सावधानियों का पालन करें।
उन्होंने बताया कि सिकल सेल एनीमिया एक ऐसी अनुवांशिक बीमारी है जिससे मरीजों के साथ- साथ उनके परिजन भी परेशान रहते हैं। किसी भी पैथी में सिकल सेल एनीमिया को पूरी तरह ठीक करना मुश्किल है लेकिन होम्योपैथिक चिकित्सा द्वारा सिकल सेल एनीमिया के इलाज में बड़ी सफलता हासिल कर मरीज को राहत दी जा सकती है।
नहीं पड़ती बार बार रक्त चढाने की जरूरत
डॉ. ए. के. द्विवेदी ने सिकल सेल एनीमिया रोग के लक्षण बताते हुए कहा कि कमजोरी, थकान ,दम फूलना, पेट व शरीर के अन्य भागों में दर्द होना तथा दैनिक कार्य नहीं कर पाना इसके प्रमुख लक्षण हैं। उन्होंने यह भी कहा कि होम्योपैथी द्वारा हम सिकल सेल बीमारी से पीड़ित मरीजों की उक्त परेशानियों को दूर कर सकते हैं। साथ ही लंबे समय तक होम्योपैथी चिकित्सा लेने से इतना सुधार आ जाता है की सिकल सेल एनीमिया के मरीजों को बार-बार रक्त चढ़ाने की आवश्यकता भी महसूस नहीं होती। वे सामान्य लोगों की तरह दैनिक कार्य भी आसानी से कर सकते हैं।
सिकल सेल एनीमिया को समझने में वेबसाइट है मददगार
सिकल सेल एनीमिया की जानकारी और पीड़ित मरीजों के मदद के लिए डॉ. ए. के. द्विवेदी द्वारा सिकल सेल एनीमिया बीमारी पर आधारित वेबसाइट तैयार की गई है। डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.सिकलसेल.को.इन (www.sicklecell.co.in) वेबसाइट में बेहद महत्वपूर्ण और उपयोगी जानकारी दी गई है। वेबसाइट के माध्यम से सिकल सेल से ग्रस्त मरीजों के स्वास्थ्य की देखभाल आसान हो सकती है और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाया जा सकता है।
डॉ. ए. के. द्विवेदी ने कहा कि अगर किसी को काम करने के दौरान जल्दी थकान होती है, बार-बार कोई बीमारी हो जाती है, शरीर व जोड़ों में दर्द होने लगता है और ये सब अचानक होने लगता है तो यह एनीमिया के लक्षण हो सकते हैं। लंबे समय से ब्लीडिंग पाइल्स (मल के साथ खून जाना) की शिकायत है तो सीबीसी जांच कराएं। अगर छोटे बच्चों को लगातार नकसीर की समस्या रहती है तो इसे नजरअंदाज न करें क्योंकि लगातार नकसीर होने से भी खून की कमी हो सकती है।
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