लखनऊ: थाली पर बारिश की मार, दाल में तड़का लगाने में आमजन बेहाल, जीरा से लेकर टमाटर तक सब दिखा रहे भाव

लखनऊ, अमृत विचार। बारिश की मार से बाधित हुई खाद्य सामग्री की आपूर्ति से थाली महंगी हो गई है। दाल, सरसों का तेल हो या फिर सब्जी सभी की कीमतों में उछाल है। रसोईं के लिए अतिरिक्त बजट में आमजन बेहाल है। हाल यह है कि दाल में तड़का लगाने वाले जीरे की कीमत करीब दो माह पहले 400 से 500 के बीच थी जो अब 700 रुपये किलो पहुंच गई है।
तेल में भी पांच से सात रुपये लीटर का उछाल है। हल्दी में पचास रुपये किलो का अंतर है। यही हाल अरहर दाल का है जो लगातार रफ्तार बनाए हुए है। फुटकर मंडी में अरहर दाल 145 रुपये किलो है। टमाटर पहले से ही ''लाल'' चल रहा है। बाजार में इसकी कीमत करीब 150 रुपये किलो है। यानी थाली में प्रयोग होने वाला रोजमर्रा का हर आइटम महंगा हुआ है।
सब्जियों में प्रयोग होने वाले मसाला के दाम में तेज उछाल है। जीरा तो सालभर में करीब चार सौ रुपये प्रति किलो तक महंगा हुआ है। करीब दो से तीन माह में इसका भाव 400 से 700 रुपये प्रति किलो पहुंच गया है। हल्दी, बड़ी सौंफ, मिर्च, काली मिर्च, अजवाइन, सोंठ आदि थाली में प्रयोग होने वाली रोज की मसाला सामग्री काफी महंगी है..., विनोद अग्रवाल, सदस्य लखनऊ किराना कमेटी एवं आढ़ती।
अरहर की दाल में तेजी निरंतर बनी हुई है। महाराष्ट्र, एमपी, यूपी समेत सभी जगह फसल खराब है। इसकी वजह से दाल का भाव नीचे नहीं आ पा रहा है।अरहर दाल की सभी कैटेगरी में बड़ा फर्क है। थोक बाजार में करीब 13,700 रुपये प्रति क्विवंटल पुखराज प्रीमियम अरहर दाल है। म्यामांर, रंगून समेत अलग देशों में भी अरहर महंगी है ..., राजेंद्र अग्रवाल, अध्यक्ष पांडेयगंज थोक गल्ला मंडी।
तेल हो या फिर दाल कीमत कम नहीं हो रही है। अरहर दाल का हाल तो यह है कि आंकड़ा 150 रुपये प्रति किलो के दाम छूने को बेताब है। बैल कोल्हू ब्रांड सरसों का तेल 122 रुपये लीटर से बढ़कर 130 रुपये पहुंच गया है। जीरा के दाम में जबरदस्त तेजी है। कुल मिलाकर कहा जाए तो थाली का बजट बढ़ गया है। बारिश और बाढ़ के चलते जब तक आपूर्ति सामान्य नहीं हो जाती है तब तक दिक्कत बनी हुई है ..., संजय सिंघल, फुटकर स्टोर संचालक सिटी स्टेशन।
सब्जी में टमाटर अदरख, हरी मिर्च के अलावा सभी हरी सब्जियां महंगी हैं। 20 रुपये प्रति किलो की तेजी है। टमाटर 120 से 150 रुपये प्रति किलो है। तोरई, लौकी, भिंडी समेत सभी सब्जियां तेज हैं। इसके पीछे लोकल मंडी से माल की आवक खत्म हो चुकी है। सारी निर्भरता बैंगलोर मंडी पर है। वहां से माल की रेगुलर सप्लाई नहीं हो पा रही है। इससे टमाटर महंगा है ..., अमित भगत, फुटकर सब्जी विक्रेता
सामग्री - दो से तीन माह पहले - अब
अरहर दाल पुखराब- 135 - 145
सूरजमुखी - 132 - 140
अरहर छिलका दाल- 90 - 100
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मसाला
जीरा- 400 - 700
हल्दी - 100 - 140
काली मिर्च- 510 - 550
अजवाइन- 200 - 250
मिर्च- 250 -275
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महंगी सब्जियां
टमाटर - 160 -150
अदरख -350 - 250
हरी मिर्च-100 -200
नींबू- 50 -80
शिमला मिर्च-200 -250
तरोई- 60 -50
लौकी-60 -50
भिंडी -50 -50
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