PM मोदी और मैक्रों ने द्विपक्षीय संबंधों पर की चर्चा, प्रगाढ़ बनाने को लेकर हुई बात
पेरिस। भारत-फ्रांस रक्षा सहयोग को संबंधों का एक मजबूत स्तंभ बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को संकेत दिया कि दोनों देश तीसरी दुनिया के मित्रवत देशों के लिए भी प्रमुख सैन्य साजोसामान का संयुक्त रूप से निर्माण करेंगे। मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ व्यापक वार्ता से पहले एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह टिप्पणी की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वार्ता में दोनों देशों द्वारा नयी प्रौद्योगिकियों के सह-उत्पादन और सह-विकास पर चर्चा की जाएगी। मोदी ने भारत में हेलीकॉप्टर इंजन विकसित करने, कल पुर्जों के उत्पादन और एमआरओ (रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल) सुविधाओं की स्थापना के लिए फ्रांसीसी कंपनियों की योजनाओं का भी उल्लेख किया।
रक्षा मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को फ्रांस से राफेल जेट के 26 नौसैनिक स्वरूप खरीदने और तीन फ्रांसीसी-डिज़ाइन वाली स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियों की खरीद के प्रस्तावों को मंजूरी दी। प्रधानमंत्री ने कहा, "रक्षा सहयोग हमारे घनिष्ठ संबंधों का एक मजबूत स्तंभ रहा है। यह दोनों देशों के बीच गहरे आपसी विश्वास का प्रतीक है।
फ्रांस 'मेक इन इंडिया' और आत्मनिर्भर भारत पहल में एक महत्वपूर्ण भागीदार है।" उन्होंने कहा, "आज हम नयी प्रौद्योगिकियों से संबंधित सह-उत्पादन के बारे में चर्चा करेंगे।" मोदी ने कहा कि दोनों पक्ष तीसरी दुनिया के मित्रवत देशों के लिए भी सैन्य उपकरण तैयार कर सकते हैं।