BJP को लाभ पहुंचाने के लिए लाया गया चुनावी बॉन्ड, पारदर्शिता की जरूरत : कांग्रेस

BJP को लाभ पहुंचाने के लिए लाया गया चुनावी बॉन्ड, पारदर्शिता की जरूरत : कांग्रेस

नई दिल्ली। कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को चुनावी बॉन्ड के अपारदर्शी होने का आरोप लगाया और दावा किया कि राजनीतिक चंदा हासिल करने की यह व्यवस्था सत्तारूढ़ पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए लाई गई है। पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यह भी कहा कि चुनावी बॉन्ड में पारदर्शिता सुनिश्चित होनी चाहिए।

ये भी पढ़ें - कुरिचु बांध से अतिरिक्त पानी छोड़ रहा है भूटान, असम में अलर्ट 

उन्होंने यह आरोप उस वक्त लगाया है जब कुछ दिनों पहले आई ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि देश के राजनीतिक दलों को वर्ष 2016-17 से 2021-22 के दौरान मिले कुल चंदे की आधी से अधिक राशि चुनावी बॉन्ड के माध्यम से प्राप्त हुई तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अन्य राजनीतिक दलों को मिले कुल चंदे से भी अधिक चंदा मिला।

रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2016-17 से 2021-22 के दौरान सात राष्ट्रीय दलों और 24 क्षेत्रीय पार्टियों को 16,437 करोड़ रुपये का चंदा मिला। खेड़ा ने एडीआर की इस रिपोर्ट का हवाला देते हुए संवाददाताओं से कहा कि वर्ष 2016-17 से 2021-22 के दौरान भाजपा को चुनावी बॉन्ड के माध्यम से 5,271.97 करोड़ रुपये का चंदा मिला, जबकि शेष अन्य राष्ट्रीय दलों को सिर्फ 1,783.93 करोड़ रुपये की राशि मिली।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘चुनावी बॉन्ड के कारण चुनावी चंदे की व्यवस्था अपारदर्शी हो गई। इस बॉन्ड के खिलाफ चुनाव आयोग, उच्चतम न्यायालय, रिजर्व बैंक सभी की आपत्तियां थीं। लेकिन इसे धन विधेयक के रूप में पारित कर दिया। भाजपा ने इसके जरिये विधायक खरीदे और सरकारें गिरायीं।’’ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि पहले एक कंपनी अपने तीन साल के शुद्ध लाभ का 7.5 प्रतिशत से ज्यादा दान नहीं कर सकती थी।

लेकिन भाजपा सरकार ने यह सीमा हटा दी। उन्होंने कहा, ‘‘अब किसी कंपनी को यह बताने की जरूरत नहीं कि किसको कितनी राशि दी गई। यह बहुत अपारदर्शी है। जब इतना बड़ा बेनामी धन, किसी पार्टी के खाते में आता है, तो स्पष्ट होता है कि काला धन कैसे सफेद किया जाता है। ’’ 

ये भी पढ़ें - जयपुर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की खाटू श्याम मंदिर में पूजा-अर्चना

ताजा समाचार

बरेली: जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करने के बाद हार गया गुलफाम, बदायूं SSP दफ्तर में खुद को लगाई थी आग
महर्षि महेश योगी के जयंती में शामिल हुए ब्रजेश पाठक, कहा- HMP वायरस से होता है सिर्फ जुकाम
गढ़चिरौली में नक्सलवाद की घटनाओं में आई कमी, गडकरी बोले- मुख्यधारा में शामिल हुए 5000 युवा
मुरादाबाद : युवाओं को सही दिशा देते हैं शिक्षक, उनके प्रति रखें सम्मान
Kanpur: सर्दी में अधिक शराब व सिगरेट से गड़बड़ा रहा बीपी, बन रहा ब्रेन अटैक का कारण, न्यूरो सर्जन ने कहा ये...
रश्मिका मंदाना के पैर पर प्लास्टर, 'थामा', 'सिकंदर' और 'कुबेर' के डायरेक्टर्स से मांगी माफी, बोलीं-जल्द काम पर लौटूंगी