Auraiya News: श्रावण मास में शिव मंदिरों में तैयारियां लगभग पूरी, मंगलवार से शिवालयों में लगेगी भक्तों की कतार

औरैया में शिव मंदिरों में तैयारियां लगभग पूरी।

Auraiya News: श्रावण मास में शिव मंदिरों में तैयारियां लगभग पूरी, मंगलवार से शिवालयों में लगेगी भक्तों की कतार

औरैया में श्रावण मास में शिव मंदिरों में तैयारियां लगभग पूरी। मंगलवार से शिवालयों में बम-बम भोले के जयकारे गूंजेंगे।

औरैया, अमृत विचार। इस बार दो श्रावण मास पड़ेंगे। सावन मास की तैयारियों को लेकर नगर के शिव मंदिरों को सजाया जाना शुरू कर दिया गया है। शिव भक्तों की उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए मंदिर संचालकों ने पर्याप्त इंतजाम कर लिए हैं। शहर के प्रमुख शिव मंदिरों में देवकली मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। इसको लेकर प्रमुख मंदिरों में सजावट का कार्य शुरू कर दिया गया है। शहर के देवकली मंदिर में हजारों की संख्या में दूर-दराज से श्रद्धालु आते हैं। इसको लेकर पूरी व्यवस्था कर ली गई है। 

श्रावण मास के पहले दिन सवेरे से शिव भक्तों का तांता लग जाएगा। भीड़ को लेकर पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। पं. आचार्य आशुतोष अवस्थी ने बताया कि सावन का महीना भगवान शंकर जी को अत्यंत प्रिय है। दो मास तक पूजा अर्चना का महत्व बताया गया है, जो लोग श्रावण मास में पूजा व्रत नहीं कर सकते वे सोमवार को पूजा अर्चना-व्रत एवं रुद्राभिषेक कर सकते हैं।

उनके अनुसार श्रावण मास में सोमवार को पूजा अर्चना से प्रसन्न होकर भोलेनाथ धन, यश, विद्या और ऐश्वर्य प्रदान करते हैं। इस मास में दीपदान की विशेष महिमा है। जो लोग शिव मंदिर में दीपदान करते हैं जितने समय तक दीपक शिव मंदिर में जलता है। उतने हजार वर्षों तक वह भक्त स्वर्ग में राज्य करता है और शंकर जी का कृपा पात्र बना रहता है।

सावन मास में शिव भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसको लेकर रविवार देर शाम डीएम नेहा प्रकाश व एसपी चारू निगम ने शहर के देवकली मंदिर का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारी व मंहत को व्यवस्थाएं पूरे किये जाने के निर्देश दिये। इस मौके पर उन्होंने पूजा-अर्चना भी की। वहीं, देवकली मंदिर परिसर में मेला का भी आयोजन किया जाता है। प्रशासन की ओर से सारी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। 

आचार्य आशुतोष अवस्थी ने बताया कि सावन माह भगवान शिव का सबसे प्रिय मास माना जाता है। इस दिन भक्तगण भगवान शिव की विधिवत पूजा करने के साथ-साथ हर सोमवार के दिन व्रत रखते हैं। माना जाता है कि ऐसा 19 साल बाद हो रहा है, जब सावन मास 59 दिन के पड़ रहे हैं। हिंदू पंचांग विक्रम संवत 2080 में इस साल अधिक मास पड़ रहा है। ऐसे में इस साल पूरे 13 मास होंगे। सावन, तिथि, शुभ मुहूर्त के साथ हर सोमवार महत्व हैं।

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