Guru Purnima 2023 : गंगा तट कटने से जोखिम उठाकर श्रद्धालुओं को करना होगा स्नान

Guru Purnima 2023 : गंगा तट कटने से जोखिम उठाकर श्रद्धालुओं को करना होगा स्नान

डलमऊ/ रायबरेली, अमृत विचार। सोमवार को पूर्णिमा पर गंगा तट  पर गंगा स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को समस्याओं के बीच  गंगा स्नान करना पड़ेगा। हालांकि क्षेत्रीय प्रशासन और नगर पंचायत आने वाले श्रद्धालुओं की सुख सुविधाओं के लिए इंतजाम पूर्ण कर लेने का दावा किया जा रहा है। वहीं हाल खराब है। बारिश होने के साथ गंगा का जलस्तर बढ़ने से तट के किनारे कट गए हैं। जिससे गंगा में स्नान करने वालों को जोखिम का भी सामना करना पड़ेगा। 
 
सोमवार को होने वाले गुरु पूर्णिमा स्नान पर प्रतिवर्ष की तरह भारी संख्या में श्रद्धालुओं द्वारा गंगा में आस्था की डुबकी लगाई जाएगी। भारी बारिश के चलते गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जिससे स्नान घाटों पर नदी की जलधारा के साथ खरपतवार और जलकुंभी आदि एकत्रित हो गई हैं। जिससे श्रद्धालुओं को समस्याओं के साथ नदी में गिर रहे गंदे नाले के पानी और खरपतवार तथा जलकुंभी आदि के बीच गंगा स्नान करना पड़ेगा। 

यही नहीं भारी बरसात के चलते स्नान घाटों में कटान होने तथा पर्याप्त रूप से साफ सफाई की व्यवस्था ना होने से गंभीर समस्या व्याप्त है। स्नान घाटों पर सुरक्षा के नाम पर नगर पंचायत द्वारा रस्सी बांधकर खानापूर्ति करते हुए बैरिकेडिंग की गई है।

प्रतिमाह होने वाली पूर्णमासी में श्रद्धालुओं को मुराई बाग चौराहे में फैले अतिक्रमण से जाम की स्थिति से जूझना पड़ता है। ऐसे में सोमवार को गुरु पूर्णिमा पर सड़क की पटरियों पर जगह जगह लगे मौरंग और गिट्टी के ढेर तथा सड़क की पटरी में फैले अतिक्रमण से जाम की स्थिति का समाना करना पड़ेगा। 

एसडीएम डलमऊ आसाराम वर्मा ने बताया कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गई है और घाटों पर बैरीकेडिंग तथा साफ सफाई की व्यवस्था नगर पंचायत द्वारा करा दी गई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर डलमऊ कोतवाली को पर्याप्त पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं।

बड़ा मठ डलमऊ में आयोजित होगा गुरु दक्षिणा कार्यक्रम
संस्कृत महाविद्यालय बड़ा मठ डलमऊ के स्वामी दिव्यानंद ने बताया कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को गुरु पूजा और गुरु दक्षिणा का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जिसमें हजारों की संख्या में भक्तों द्वारा स्वामी देवेंद्र आनंद गिरी को अपना गुरु मानते हुए पूजा अर्चना और आरती की जाती है और यथाशक्ति शिष्यों द्वारा गुरु दक्षिणा दी जाती है। मठ में विशाल भंडारे और प्रसाद वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। तथा अयोध्या प्रसाद मिश्र द्वारा कथक नृत्य और प्रवचन आदि कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।

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