महाराष्ट्र के वालुज में स्थानीय मुस्लिम समुदाय का कुर्बानी न देने का फैसला,
छत्रपति संभाजीनगर। महाराष्ट्र में छत्रपति संभाजीनगर के वालुज कस्बे में आषाढ़ी एकादशी के दिन पड़ने वाले बकरीद के मौके पर स्थानीय मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कुर्बानी नहीं देने करने का निर्णय लिया है जिसकी बहुत प्रशंसा की जा रही है। छत्रपति संभाजीनगर के वालुज पुलिस ने गुरुवार शाम यहां के पंढरपुर में विट्ठल रुक्मिणी मंदिर में शांति समिति की बैठक बुलाई थी।
इस मौके पर हुई बैठक में मुस्लिम समुदाय की ओर से बकरीद पर कुर्बानी नहीं देने का अहम फैसला लिया गया। इस साल आषाढ़ी एकादशी और बकरीद पूरे महाराष्ट्र में एक ही दिन 29 जून को है। भगवान विट्ठल मिनी के वालुज क्षेत्र के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करते हुए इस दिन के बजाय दूसरे या तीसरे दिन बकरे की कुरबानी देने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
आषाढ़ी एकादशी के दिन जिले भर से लाखों श्रद्धालु सुबह से ही पंढरपुर गांव में स्थित मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं।
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