लखनऊ : एलडीए में लंबे समय से लंबित फाइलें मात्र पांच घंटे में निस्तारित, उपाध्यक्ष ने किया जवाब-तलब
अमृत विचार, लखनऊ । लखनऊ विकास प्राधिकरण में काफी समय से लंबित 378 फाइलें पांच घंटे में निस्तारित की गईं और बेवजह फाइलें लंबित रखने वाले कर्मचारियों से उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने जवाब-तलब किया।
शनिवार को उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में सिंगल टेबल क्लीयरेंस डे आयोजित हुआ। इस दौरान सभी अनुभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित हुए। दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक चली कार्रवाई के दौरान 378 फाइलों का निस्तारण किया गया। इसमें आजाद नगर योजना के भवन संख्या-सी-35 के आवंटी रामचन्द्र कनौजिया की रजिस्ट्री का प्रकरण काफी समय से लंबित होने पर उपाध्यक्ष ने संबंधित कर्मचारी से जवाब-तलब किया। पता चला कि सम्पत्ति की गणना न होने के कारण रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है।
इस पर उपाध्यक्ष ने फौरन गणना कराके आवंटी को स्वयं फोन करके इसकी जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस मौके पर सचिव पवन कुमार गंगवार, अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा व वित्त नियंत्रक दीपक कुमार सिंह समेत सभी विशेष कार्याधिकारी उपस्थित रहे।
1997 से लंबित प्रकरण निपटाया
दूसरा मामला, कानपुर रोड योजना के सेक्टर-एफ में भवन के आवंटी शम्भूनाथ सिन्हा की रजिस्ट्री का गणना की वजह से 1997 से लंबित होने का रहा। जिस पर उपाध्यक्ष ने वार्ता की तो पता चला कि आवंटी द्वारा धनराशि जमा कराने में विलम्ब के चलते ब्याज लगाया गया है, जिस पर आवंटी असहमत है। आवंटी को बुलाकर नये सिरे से गणना कराने की बात कही। इस पर आवंटी ने सहमति जताई। मौके पर ही प्रकरण का निस्तारण कर दिया गया।
दूसरे खाते में जमा करा दी थी रकम, सत्यापन
ट्रांसपोर्ट नगर योजना में सुलभ आवास, आश्रय-1 के भवन संख्या ए-15/31 के आवंटी अशोक कुमार वर्मा की रजिस्ट्री का प्रकरण दिसंबर 2022 से लंबित था। उपाध्यक्ष ने फाइल पर रिपोर्ट तलब की तो पता चला कि आवंटी द्वारा प्राधिकरण के अन्य खाते में धनराशि जमा करा दी गई थी। इसके चलते रजिस्ट्री नहीं हो पाई। उपाध्यक्ष ने लेखा अनुभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर जांच कराई तो धनराशि का सत्यापन हुआ। उपाध्यक्ष ने स्वयं आवंटी को फोन करके जानकारी दी और स्टाॅम्प शुल्क जमा कराके रजिस्ट्री कराने को कहा।
डुपलीकेट फाइल खोलकर कराई रजिस्ट्री
चौक में रेंट अनुभाग की एक दुकान की रजिस्ट्री का प्रकरण पिछले पांच साल से लंबित था। उक्त प्रकरण में उपाध्यक्ष के निर्देश पर विशेष कार्याधिकारी राजीव कुमार ने डुपलीकेट फाइल खोलकर दुकान की रजिस्ट्री मोहम्मद आरिफ व सूफिया के पक्ष में कराई। वहीं, विशेष कार्याधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि गोमती नगर के विराम खंड में भूखंड संख्या-ए-2/252 की रजिस्ट्री का प्रकरण करीब छह महीने से लंबित था। इसमें मूल आवंटी के विदेश में होने के चलते रजिस्ट्री नहीं हो पा रही थी। सिंगल टेबल क्लीयरेंस डे के अवसर पर पाॅवर आॅफ अटार्नी के आधार पर रजिस्ट्री ऋषिकेश तिवारी के पक्ष में की गई।
ये प्रकरण निस्तारित
रजिस्ट्री के 31, म्यूटेशन के 17, प्लानिंग के 12, अभियंत्रण के 120, शमन मानचित्र के पांच, फ्री-होल्ड के नौ, गणना के 76, नजूल एवं ट्रस्ट की 12, रिफंड की 40, अधिष्ठान की 43 व स्मारक समिति की 13 पत्रावलियों का निस्तरण किया गया।
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