रामपुर फिर बनेगी औद्योगिक नगरी...17 उद्योगों में 2000 युवाओं को मिलेगा रोजगार
12 फरवरी तक 196 उद्योग लगाए जाने के लिए निवेशकों ने किए थे एमओयू साइन, उपचुनाव के दौरान रामपुर को उद्योग नगरी बनाए जाने का किया था वादा
रामपुर, अमृत विचार। जिले में 17 उद्योग धंधों में कुछ चालू हो गए हैं जबकि, कुछ चालू होने वाले हैं। इन उद्योग धंधों में जिले के 2000 युवाओं को रोजगार मिलेगा। रामपुर में रोजगार उपलब्ध होने पर जिले में खुशहाली आएगी। पूर्व मंत्री आजम खां की विधायकी जाने के बाद रामपुर शहर में हुए उपचुनाव के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत उनके मंत्रियों ने रामपुर में उद्योग धंधे लगवाए जाने का वादा किया था। बात यहां तक पहुंची थी कि रामपुर का नाम एक बार फिर कानपुर के बाद लिया जाने लगेगा।
रियासत काल में नवाब रजा अली खां ने रामपुर में 52 फैक्ट्रियां लगवाईं थीं और रामपुर में खुशहाली आई थी। रजा टैक्सटाइल्स, रजा बुलंद शुगर फैक्ट्री, रामपुर चीनी मिल, हंसा फैक्ट्री, सीमेंट फैक्ट्री समेत तमाम फैक्ट्रियां थीं लेकिन, वर्ष 1990 तक तमाम फैक्ट्रियां बंद हो गईं और लोगों के सामने बेरोजगारी मुंह फाड़कर खड़ी हो गई। अच्छी प्रतिभाएं खाड़ी देशों में रोजगार की तलाश में पहुंच गईं।
इसके अलावा दिल्ली, मुंबई, गुजरात, बंगलौर और चेन्नई तक रामपुर के युवा पहुंच गए। रामपुर में रोजगार का कोई बेहतर विकल्प नहीं होने के कारण पढ़े लिखे युवा ई-रिक्शा चलाने को मजबूर हैं। लेकिन, अब हालात बदल सकते हैं क्योंकि दढ़ियाल में त्रिवेणी इंजीनियरिंग ने 300 करोड़ रुपये की लागत से एथेनॉल प्लांट कर दिया है। रामपुर में स्वाति कैंफर ने 60 करोड़ के प्रोजेक्ट को चालू कर दिया है। स्वाति कैंफर में कपूर बनाया जा रहा है। रामपुर में ही मोदी ग्रुप का दो हजार करोड़ रुपये लागत से मल्टी कॉम्पलेक्स के अलावा एल्यूमीनियम के डोर तैयार करने का कारखाना बनकर तैयार हो गया है।
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